कानपुर के ₹1,500 करोड़ के बड़े धोखाधड़ी मामले में मास्टरमाइंड रवींद्रनाथ सोनी के फर्जी नेटवर्क का प्रचार करने के आरोप में अभिनेता सोनू सूद और पहलवान द ग्रेट खली का नाम सामने आया है. कानपुर पुलिस ने दोनों सेलिब्रिटीज को पूछताछ के लिए कानूनी नोटिस भेजा है. पुलिस कमिश्नर रघुबीर लाल के अनुसार, 700 से अधिक लोग इस ठगी के शिकार हुए हैं.
जालसाजी का अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क
दिल्ली के मालवीय नगर निवासी रवींद्रनाथ सोनी ने लगभग सात साल तक धोखाधड़ी का जाल फैलाया. उसकी मुख्य कंपनी ब्लूचिप कमर्शियल ब्रोकर 2018 से सक्रिय थी, जिसके साथ ब्लूचिप इन्वेस्टमेंट एलएलसी जैसी 16 अन्य कंपनियां जुड़ी थीं.
उसने रियल एस्टेट और सोने के खनन जैसे क्षेत्रों में हाई रिटर्न का लालच देकर निवेशकों को फंसाया. 90% पीड़ित भारत के हैं, जबकि नेपाल, वियतनाम, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे देशों के 10% विदेशी निवेशक भी इसका शिकार हुए.
दुबई से चालाकी से भागा था सोनी
जांच में पता चला है कि विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सोनी दुबई के बुर्ज खलीफा के पास एक आलीशान ऑफिस चलाता था और भव्य आयोजन करता था. पीड़ितों की शिकायत के बाद जब दुबई के अधिकारियों ने कहा कि सोनी देश छोड़कर नहीं जा सकता, तो वे हैरान रह गए. सोनी ने कानपुर पुलिस को बताया कि वह अगस्त में भेस बदलकर दुबई से भाग निकला और रेगिस्तान पार कर ओमान होते हुए भारत आया.
मामले की जांच के लिए SIT गठित
इस बड़े घोटाले के बढ़ते दायरे को देखते हुए, पुलिस कमिश्नर ने रविवार को विशेष जांच दल (SIT) के गठन का आदेश दिया. एडीशनल डीसीपी क्राइम अंजली विश्वकर्मा SIT का नेतृत्व करेंगी और इसमें छह सदस्य होंगे. SIT के सामने 16 कंपनियों के वित्तीय लेनदेन, बैंक खाते, क्रिप्टोकरेंसी लेन-देन और सोनी व उसके सहयोगियों के निजी वित्त पर नज़र रखना बड़ी चुनौती है.