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पहले पति से अनबन, दूसरे की मौत, फिर लिव-इन रिलेनशिप... कौन थी रचना जिसकी लाश 7 टुकड़ों में मिली? झांसी पुलिस ने यूं सुलझाई हत्या की गुत्थी

मृतका रचना यादव विधवा थी और उसका अपने जेठ के साथ एक मुकदमा चल रहा था. इस मामले में पूर्व प्रधान संजय पटेल उसकी मदद कर रहा था. इसी दौरान, रचना और संजय के बीच संबंध बन गए. जब रचना ने पहले से शादीशुदा संजय पर शादी का दबाव बनाना शुरू किया, तो उसने अपने भतीजे और साथी के साथ मिलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी. 

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झांसी के रचना यादव हत्याकांड का खुलासा (Photo: ITG)
झांसी के रचना यादव हत्याकांड का खुलासा (Photo: ITG)

यूपी के झांसी का रचना यादव हत्याकांड सुर्खियों में है. रचना की लाश 7 टुकड़ों में मिली थी. अवैध संबंधों के चलते उसकी हत्या हुई थी. मामले में पुलिस ने तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने 25,000 रुपये के इनामी अपराधी प्रदीप को झांसी के पास एक मुठभेड़ के बाद दबोचा. मुठभेड़ के दौरान आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगी है. पुलिस ने उसके पास से हथियार और गोलियां भी बरामद की हैं. 

13 अगस्त को मिले थे लाश के टुकड़े

इस सनसनीखेज हत्याकांड की खबर 13 अगस्त को लगी थी, जब झांसी के टोड़ीफतेहपुर थाना क्षेत्र के किशोरपुर गांव में एक किसान को अपने खेत के कुएं में दो बोरियां तैरती हुई मिलीं. बोरियों को बाहर निकालकर खोलने पर सभी के होश उड़ गए, क्योंकि उनमें एक महिला के शरीर के टुकड़े रखे हुए थे. शरीर के कुछ हिस्से (हाथ, पैर और सिर) गायब थे, जिससे पुलिस के लिए पहचान करना एक बड़ी चुनौती बन गई थी. 

पुलिस ने 8 टीमों का गठन कर सुलझाई मिस्ट्री

पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर को सुलझाने के लिए 8 टीमों का गठन किया. जांच के दौरान, कुएं को खाली कराया गया और महिला के हाथ भी एक बोरी में मिले. हालांकि, उसका सिर और पैर अभी भी गायब थे. पुलिस ने महिला की शिनाख्त के लिए आसपास के इलाकों में 1000 से ज्यादा पोस्टर लगाए. इन पोस्टरों की मदद से ही एक व्यक्ति ने पुलिस से संपर्क किया और बताया कि उसकी बहन चार दिनों से गायब है. इसके बाद, महिला की पहचान टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश) की रहने वाली रचना यादव के रूप में हुई. 

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जेठ से चल रहे मुकदमे और निजी संबंध बने वजह

पुलिस जांच में पता चला कि रचना यादव विधवा थी और उसका अपने जेठ के साथ एक मुकदमा चल रहा था. इस मामले में महेवा गांव का पूर्व प्रधान संजय पटेल उसकी मदद कर रहा था. इसी दौरान, रचना और संजय के बीच संबंध बन गए. जब रचना ने पहले से शादीशुदा संजय पर शादी का दबाव बनाना शुरू किया, तो उसने अपने भतीजे संदीप पटेल और साथी प्रदीप अहिरवार के साथ मिलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी. 

झांसी पुलिस की गिरफ्त में हत्यारोपी

मुख्य आरोपी पहले ही गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में पहले ही मुख्य आरोपी संजय पटेल और उसके भतीजे संदीप पटेल को गिरफ्तार कर लिया था. अब तीसरे आरोपी प्रदीप की गिरफ्तारी के साथ ही यह हत्याकांड पूरी तरह से सुलझ गया है. पुलिस ने बताया कि प्रदीप को पकड़ने के लिए टीमें लगातार दबिश दे रही थीं, और आखिरकार मुठभेड़ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. 

पूर्व प्रधान संजय पटेल था साजिशकर्ता

रचना यादव हत्याकांड में मुख्य आरोपी संजय पटेल, जो महेबा गांव का पूर्व प्रधान है, ने पुलिस पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए. संजय के अनुसार, रचना यादव ने पहले अपने पहले पति और उसके बच्चों को छोड़ दिया था. वहीं, दूसरे पति की मृत्यु के बाद, वह अपने ससुराल वालों के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रही थी, जिसकी पैरवी संजय पटेल कर रहा था. 

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इसी दौरान दोनों के बीच करीबी बढ़ी और वे लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे. कुछ समय बाद, रचना ने संजय पर कोर्ट मैरिज करने और पैसों के लिए लगातार दबाव बनाना शुरू कर दिया. इस तनाव से तंग आकर संजय ने रचना की हत्या की योजना बनाई. फिर साथियों संग मिलकर बेरहमी से रचना की हत्या कर दी और शव को टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया.  

रचना यादव की कहानी 

रचना की पहली शादी टीकमगढ़ में हुई थी, जिससे उनके दो बच्चे हैं. पांच साल बाद पति से अनबन होने पर वह मायके लौट आई. इसके बाद उनके संबंध झांसी के महेबा गांव निवासी शिवराज यादव से हो गए और वह उसके साथ रहने लगी. साल 2023 में, शिवराज से विवाद के बाद रचना ने उसके बड़े भाई पर दुष्कर्म और हत्या की कोशिश का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई. इस मामले की पैरवी के दौरान, रचना की मुलाकात तत्कालीन ग्राम प्रधान संजय पटेल से हुई. यहीं से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं. 

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इनपुट- प्रमोद कुमार गौतम
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