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हर्षवर्धन सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए पेश की दावेदारी, दादा- नाना रहे हैं भारत के दिग्गज नेता

स्वर्गीय बाबू हुकुम सिंह के नाती डॉक्टर हर्षवर्धन सिंह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की रेस में शामिल हो गए हैं. अगले वर्ष 2024 में अमेरिका राष्ट्रपति पद के चुनाव होने हैं. हर्षवर्धन सिंह ने 22 जुलाई को रिपब्लिकन पार्टी में अपनी दावेदारी पेश की.

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डॉक्टर हर्षवर्धन सिंह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की रेस में शामिल
डॉक्टर हर्षवर्धन सिंह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की रेस में शामिल

शामली के रहने वाले पूर्व सांसद स्वर्गीय बाबू हुकुम सिंह के नाती डॉक्टर हर्षवर्धन सिंह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की रेस में शामिल हो गए हैं. उन्होंने 22 जुलाई को रिपब्लिकन पार्टी में अपनी दावेदारी पेश की. साथ ही ट्विटर के जरिए संदेश जारी कर इसकी पुष्टि की है. बता दें, पूर्व केबिनेट मंत्री व कैराना से पूर्व सांसद स्वर्गीय हुकुम सिंह राजनिति के दिग्गज खिलाड़ी थे. उन्हें साफ छवि के लिए जाना जाता था.  

डॉक्टर हर्षवर्धन सिंह भाजपा के राज्यसभा सांसद रहें डॉ नौनिहाल सिंह के पोते भी हैं. डॉक्टर नौनिहाल सिंह यूपी के बुलंदशहर जिले के सोजना रानी गांव के रहने वाले थे. वो वर्ष 1992 से 1998 तक भारतीय जनता पार्टी के सांसद रहे.  सन 2009 में 86 साल की उम्र में अमेरिका में ही उनका निधन हुआ था. हर्षवर्धन सिंह मूलरूप से बुलंदशहर के स्याना तहसील के गांव सौंजना रानी के निवासी हैं. 

2024 में होने हैं अमेरिका राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव

अगले वर्ष 2024 में अमेरिका राष्ट्रपति पद के चुनाव होने हैं. जिसे लेकर जिले के गुर्जर बहुल क्षेत्र में खुशी का माहौल है. बाबू हुकुम सिंह की छोटी बेटी और भाजपा नेता मृगांका सिंह ने बताया कि अमेरिका के न्यू जर्सी प्रांत में रहने वाली उनकी बड़ी बहन नंदिता सिंह व उनके जीजा त्रिभुवन सिंह कारोबार करते हैं. वह 40 साल से वहां रह रहे हैं.  उनके 38 वर्षीय इंजीनियर बेटे हर्षवर्धन सिंह भी कारोबारी हैं. 

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हर्षवर्धन सिंह का  राजनीतिक सफर
हर्षवर्धन सिंह ने पहली बार साल 2017 में न्यू जर्सी के गवर्नर पद के लिए के लिए चुनाव लड़ा.  2018 में प्रतिनिधि सभा की सीट के लिए चुनाव लड़ा. उसके बाद अलग चुनाव 2020 में सीनेट के लिए रिपब्लिकन प्राइमरी में मुकाबले में शामिल रहे लेकिन रिपब्लिकन पार्टी की ओर से नामांकन पाने में असफल रहे. 2021 में फिर से गवर्नर पद के लिए चुनाव लड़ा. गवर्नर पद की दावेदारी में तीसरे नंबर पर रहे थे. इस बार 2024 का चुनाव परिणाम दिलचस्प होगा, देखना होगा कि पीढ़ियों का अनुभव हर्षवर्धन के कितने काम आएगा.

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