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3500 पुलिसकर्मी, 1500 CCTV और ड्रोन... गाजियाबाद में कांवड़ यात्रा को लेकर होगी हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था

श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को लेकर गाजियाबाद पुलिस-प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। सुरक्षा, ट्रैफिक, स्वास्थ्य और सफाई सहित हर मोर्चे पर व्यापक तैयारियां की गई हैं। इस बार हाईटेक निगरानी के तहत ड्रोन, 1500 सीसीटीवी कैमरे और 3500 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है ताकि लाखों श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित, शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रह सके.

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कांवड़ यात्रा वाले हर रास्ते पर रहेगी पुलिस की नजर. (Screengrab)
कांवड़ यात्रा वाले हर रास्ते पर रहेगी पुलिस की नजर. (Screengrab)

गाजियाबाद में श्रावण मास में कांवड़ यात्रा को लेकर गाजियाबाद पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. इसको लेकर रिजर्व पुलिस लाइंस स्थित परमजीत हॉल में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई. इसमें कांवड़ यात्रा से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की गई. 

इस दौरान बिजली के खंभों की टैपिंग, खुले ट्रांसफार्मरों की बैरिकेडिंग, लटके हुए बिजली तारों को दुरुस्त करने, अंधेरे स्थानों पर रोशनी की व्यवस्था, चिह्नित स्थलों पर एंबुलेंस, टूटी सड़कों की मरम्मत, झाड़ियों की छंटाई, जलभराव और साफ-सफाई को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए. अधिकारियों को आपसी समन्वय से अगले 4 दिनों में यह कार्य पूरा कर रिपोर्ट देने को कहा गया है. इसी के साथ बैरिकेडिंग, सीसीटीवी कैमरों की आवश्यकता, शराब की दुकानों को ढकने, पुलिस प्रबंधन, यातायात नियंत्रण व सफाई को लेकर भी निर्देश दिए गए.

यह भी पढ़ें: कांवड़ पर पहचान का घमासान: मुजफ्फरनगर में पुलिस एक्शन, यशवीर महाराज की चेतावनी

इस बार गाजियाबाद पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्क है. एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि कांवड़ यात्रा को लेकर बेहद बारीक योजनाएं बनाई गई हैं. पूरे जनपद में करीब 3500 पुलिसकर्मी तैनात किए जा रहे हैं, साथ ही प्राचीन दूधेश्वरनाथ मंदिर पर जहां लाखों भक्त और कांवड़िए जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं, वहां 550 से अधिक पुलिसकर्मी ड्यूटी पर रहेंगे.

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पूरे कांवड़ रूट को कई बीटों में बांटा गया है. प्रत्येक बीट की जिम्मेदारी एक सब इंस्पेक्टर और एक कॉन्स्टेबल को दी गई है, जो सड़क, बिजली, पेयजल आदि से जुड़ी समस्याओं की रिपोर्ट देकर संबंधित विभाग से ठीक कराएंगे. इन पुलिसकर्मियों को अपने क्षेत्रों के स्थानीय प्रबुद्ध नागरिकों से संवाद बनाकर शांति और समन्वय बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

गाजियाबाद पुलिस इस बार हाईटेक निगरानी पर जोर दे रही है. कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए लगभग 1500 सीसीटीवी कैमरों से रीयल टाइम निगरानी की जाएगी. पिछले साल यह संख्या 1100 थी. पुलिस ने एक मुख्य कंट्रोल रूम के साथ 11 सब-कंट्रोल रूम बनाए हैं, जहां से पूरे रूट पर नजर रखी जाएगी. इसके अलावा ड्रोन कैमरों की मदद से भी भीड़ और गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी. मुरादनगर गंगनहर के छोटा हरिद्वार घाट पर गोताखोर और पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की जाएगी, ताकि वहां स्नान करते समय कोई दुर्घटना न हो. एडिशनल सीपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि ट्रैफिक व्यवस्था के लिए भी विशेष योजना बनाई गई है.

एडीसीपी ट्रैफिक सच्चिदानंद राय के अनुसार, गाजियाबाद के सभी प्रमुख कांवड़ रूट्स पर 700 ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. 11 जुलाई से मेरठ रोड एनएच-58 पर भारी वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा. कांवड़ रूट पर पड़ने वाली दुकानों पर नेम प्लेट और खान-पान के रेट लिखने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा गाजियाबाद पुलिस ने मेरठ, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, बागपत सहित दिल्ली के आला पुलिस अधिकारियों के साथ भी समन्वय बैठकें की हैं, ताकि अंतरजनपदीय तालमेल बेहतर हो और भीड़ को सुरक्षित व सुगम मार्गदर्शन मिल सके.

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इस दौरान पुलिस आयुक्त जे. रविन्दर गौड़, जिलाधिकारी दीपक मीणा, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कल्पना सक्सेना, आलोक प्रियदर्शी, नगर आयुक्त, पुलिस उपायुक्त नगर, ट्रांस हिंडन, ग्रामीण, मुख्य चिकित्साधिकारी, लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, सिंचाई विभाग, वन विभाग, नगर निगम, नगर पंचायत और जिला पंचायत समेत तमाम जिम्मेदार अधिकारी मौजूद रहे.

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