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UP के देवरिया से नाबालिग का अपहरण, पश्चिम बंगाल से बरामद, 8 महीने से रची जा रही थी शादी की साजिश

देवरिया से लापता नाबालिग छात्रा को पुलिस ने पश्चिम बंगाल के वर्धमान से बरामद किया है. मुख्य आरोपी नरगिस खातून, उसके माता-पिता और बहन को गिरफ्तार किया गया. आठ महीने पहले इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद शादी का झांसा देकर छात्रा को भगाया गया था. पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड लेकर आरोपियों को अदालत में पेश किया और आगे की जांच जारी है.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. (Photo: Ram Pratap Singh/ITG)
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. (Photo: Ram Pratap Singh/ITG)

उत्तर प्रदेश के देवरिया में पांच दिन पहले नाबालिग हिंदू छात्रा को भगाने के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. देवरिया पुलिस ने पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले से छात्रा को सकुशल बरामद कर लिया है और मुख्य अभियुक्त नरगिस खातून, उसकी बहन नगमा, मां आयशा बेगम और पिता मोहम्मद अलाउद्दीन को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने सभी आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर देवरिया लाया और  उन्हें न्यायालय में पेश किया गया है.

देवरिया के एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि 6 अगस्त को थाना महुआडीह क्षेत्र के एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी नाबालिग बेटी घर से अचानक लापता हो गई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एफआईआर दर्ज कर पांच टीमें बनाई गईं, जिनमें सर्विलांस टीम भी शामिल थी. लोकेशन और मूवमेंट ट्रैक करने पर छात्रा का पता पश्चिम बंगाल के बर्नपुर, थाना हीरापुर, वर्धमान जिले में मिला. पुलिस टीम ने वहां छापेमारी कर छात्रा को बरामद किया और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

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जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी नरगिस खातून की पीड़िता से दोस्ती करीब आठ महीने पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर हुई थी. इस दौरान नरगिस देवरिया आकर पीड़िता से मिल भी चुकी थी. आरोप है कि नरगिस ने अपने पिता, मां और बहन के साथ मिलकर सुनियोजित तरीके से छात्रा को शादी का झांसा देकर घर से भगा लिया. हालांकि, पुलिस के अनुसार अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि शादी किससे कराई जानी थी.

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गौरतलब है कि पीड़िता की दोस्ती नरगिस से उसकी एक सहेली के जरिए हुई थी. पहले दोनों बलिया जिले में मिली थीं, इसके बाद नरगिस देवरिया आई थी. पीड़िता का परिवार जब यह जान गया कि नरगिस मुस्लिम है तो उन्होंने उसे मिलने से मना किया, लेकिन दोनों के बीच फोन पर बातचीत जारी रही. 6 अगस्त की सुबह करीब छह बजे छात्रा अपना मोबाइल फोन घर पर छोड़कर निकल गई. परिजनों ने मोबाइल कॉल डिटेल चेक की तो पाया कि सुबह भोर में नरगिस का फोन आया था, जिसके बाद छात्रा घर से निकल गई. परिजनों ने नरगिस से संपर्क किया, लेकिन उसने अनभिज्ञता जताई और फोन बंद कर दिया.

देवरिया

परिजनों ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि नरगिस ने उनकी बेटी का ब्रेनवॉश कर उसे भगाया और धर्म परिवर्तन कराने की भी आशंका जताई. इस मामले को लेकर परिजन देवरिया सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी से भी मिले थे. बरामदगी और गिरफ्तारी के बाद विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि सभी आरोपियों को दबोच लिया गया है. उन्होंने इसे हिंदू बहन-बेटियों के खिलाफ बड़ी साजिश बताते हुए कहा कि "लव जिहाद" के खिलाफ यह लड़ाई जारी रहेगी और ऐसे मामलों पर लगातार नजर रखी जाएगी.

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पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है. बरामद छात्रा का बयान दर्ज किया जाएगा और आवश्यक विधिक कार्रवाई पूरी की जाएगी. साथ ही, सोशल मीडिया पर होने वाली संदिग्ध दोस्ती और उससे जुड़े संभावित अपराधों पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी.

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