यूपी विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है. इस बार बजट सत्र में एक और नया प्रयोग देखने को मिलेगा. लोकसभा की तर्ज पर अब यूपी के विधायक विधानसभा में क्षेत्रीय भाषाओं (अंग्रेजी, अवधी, ब्रज, बुंदेलखंडी और भोजपुरी) में अपनी बात रख सकेंगे और सुन सकेंगे. इसके लिए सदन में पांचों भाषाओं के अनुवादक बैठाए जाएंगे. विधायक अपने हेडफोन पर इंटरप्रेटर का चैनल सेट कर अपनी भाषा में सदन की कार्यवाही सुन सकेंगे. वहीं, सपा ने सरकार को महाकुंभ में मची भगदड़ पर घेरने का प्लान बनाया है.
यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के मुताबिक, यूपी की विधानसभा देश में पहली ऐसी विधानसभा होगी जो ऐसी सुविधा से लैस होगी. आज नियम समिति के सामने इस व्यवस्था का प्रस्ताव रखा जाएगा. इसके बाद सदन से मंजूरी लेकर व्यवस्था लागू की जाएगी.
सीएम योगी ने विधानसभा अध्यक्ष के साथ विधानसभा में अवधी, ब्रज, भोजपुरी, बुंदेलखंडी और अंग्रेजी भाषाओं के अनुवाद के पूर्वाभ्यास का जायजा लिया है. साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने भी पूरे प्रोसेस को देखा.
सर्वदलीय बैठक से पहले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में कार्य मंत्रणा समिति की सोमवार बैठक हुई, जिसमें 18 फरवरी से पांच मार्च तक के बजट सत्र के प्रस्तावित कार्यक्रम को मंजूरी दी गई.
20 फरवरी को पेश होगा बजट
बैठक में तय किया गया कि 18 फरवरी 2025 को सुबह 11 बजे बजट सत्र की शुरुआत विधानमंडल की संयुक्त बैठक में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से होगी. इस दौरान दोनों सदनों के सदस्य मौजूद रहेंगे. 19 फरवरी से 21 फरवरी तक सदन में राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के साथ विधायी कार्य होंगे. इस बीच 20 फरवरी सुबह 11 बजे सरकार अगले वित्तीय वर्ष (2025-26) का बजट पेश करेगी.
यूपी का बजट करीब साढ़े सात लाख करोड़ होने का अनुमान है. 24, 25, 27 और 28 फरवरी को सदन में बजट पर चर्चा होगी. इसी तरह तीन, चार और पांच मार्च 2025 को विधानसभा में बजट के अनुदानों की मांगों पर चर्चा होगी. पांच मार्च 2025 को ही सरकार सदन में अगले वित्तीय वर्ष का बजट पास करवाएगी. कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में सत्र के दौरान दो अध्यादेश (उत्तर प्रदेश नगर योजना और विकास (संशोधन) अध्यादेश 2025 और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (संशोधन) अध्यादेश 2025) रखे जाने पर सहमति बनी है.
विपक्ष ने सरकार को घेरने का बनाया प्लान
इसके इतर आज विधानसभा सत्र के शुरू होते ही सदन में जोरदार हंगामे के आसार हैं. विपक्ष ने महाकुंभ और संभल हिंसा के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर सरकार को घेरने का प्लान बनाया है.
वहीं, बजट सत्र को लेकर सपा ने सोमवार को अखिलेश यादव की अध्यक्षता में एक अहम बैठक बुलाई थी. इस बैठक में विधानसभा और विधानपरिषद में पार्टी का एजेंडे को लेकर चर्चा हुई थी.
अस्थि कलश लेकर पहुंचे सपा नेता
बजट सेशन के पहले दिन समाजवादी पार्टी के नेता अस्थि कलश लेकर विधानसभा भवन पहुंचे हैं. सपा के एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने बताया कि इस हम अस्थि कलश को लोकतंत्र के मंदिर में स्थापित करेंगे. कुंभ के डेटा और श्रद्धालुओं के साथ जो हुआ उसको लेकर सरकार का घेराव करेंगे.
वहीं, समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक आरके वर्मा ने प्रयागराज में गंगा को लेकर आई एनजीटी रिपोर्ट पर योगी सरकार से सवाल उठाए. महाकुंभ को लेकर आंकड़े छुपाने को लेकर भी तंज कसा है. उन्होंने ये भी कहा कि विधानसभा में सरकार जिस भाषा में जवाब देगी, विपक्ष भी उसी भाषा में जवाब देगा.