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'एक महीने से नहीं आ रही बिजली, जनता में रोष...', BJP विधायक ने ऊर्जा मंत्री को लिखा पत्र

बता दें कि एनसीआर, पूर्वांचल, मध्य यूपी में विद्युत आपूर्ति को लेकर लगातार समस्या सामने आती रही है. लोकसभा चुनावों के बाद राज्य में बिजली आपूर्ति को लेकर फिर से रोस्टर प्रणाली लागू कर दी गई है. अब नए रोस्टर के तहत ग्रामीण इलाके में 6 घंटे की बिजली कटौती होगी.

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हरदोई के कुछ इलाकों में बिजली कटौती को लेकर बीजेपी विधायक ने ऊर्जा मंत्री को लिखा पत्र. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हरदोई के कुछ इलाकों में बिजली कटौती को लेकर बीजेपी विधायक ने ऊर्जा मंत्री को लिखा पत्र. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

उत्तर प्रदेश में बारिश के मौसम के बीच कई जिलों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. हरदोई के कुछ इलाकों में भी यह समस्या सामने आई है. इसे लेकर बिलग्राम-मल्लावां के बीजेपी विधायक आशीष सिंह आशु ने राज्य के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि क्षेत्र में एक महीने से विद्युत आपूर्ति लगातार बाधित चल रही है. इस समस्या को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ बातचीत की गयी पर समस्या का समाधान नहीं निकला, जिससे जनता में रोष है. उन्होंने ऊर्जा मंत्री से इस समस्या का त्वरित समाधान कराने का अनुरोध किया है.

बता दें कि एनसीआर, पूर्वांचल, मध्य यूपी में विद्युत आपूर्ति को लेकर लगातार समस्या सामने आती रही है. लोकसभा चुनावों के बाद राज्य में बिजली आपूर्ति को लेकर फिर से रोस्टर प्रणाली लागू कर दी गई है. अब नए रोस्टर के तहत ग्रामीण इलाके में 6 घंटे की बिजली कटौती होगी. इसी तरह तहसील और नगर पंचायत मुख्यालयों में 2.5 घंटे और बुंदेलखंड में 4 घंटे बिजली कटौती की जाएगी. हालांकि, रोस्ट प्रणाली लागू करने के पीछे कारण नहीं बताया गया है. इससे पहले अप्रैल में रोस्ट सिस्टम खत्म करने और 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति की बात कही गई थी.

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स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक 1 जुलाई से ग्रामीण इलाकों में सुबह-शाम दो शिफ्ट में मिलाकर करीब 6 घंटे की बिजली कटौती की जा रही है. इसी तरह तहसील और नगर पंचायत मुख्यालयों में दो बार में 2.5 घंटे बिजली कटौती हो रही है. यह व्यवस्था 31 जुलाई तक लागू रहेगी. ट्रांसमिशन लाइन में गड़बड़ी और लोकल फॉल्ट के चलते भी विभिन्न इलाकों में विद्युत कटौती के मामले सामने आ रहे हैं.

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इस बीच बिजली की न्यूनतम मांग दिखाते हुए 7 विद्युत उत्पादन इकाइयों को बंद कर दिया गया है. इसमें टांडा की चार, हरदुआगंज की तीन इकाइयां शामिल हैं.  उत्तर प्रदेश स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक ये इकाइयां 1,455 मेगावाट बिजली उत्पादन करती हैं. इसी तरह हरदुआगंज की 250 मेगावाट की एक और जवाहरपुर की 660 मेगावाट की एक यूनिट को तकनीकी कारणों से बंद किया गया है. इस तरह उत्तर प्रदेश में कुल 2,365 मेगावाट का उत्पादन फिलहाल बंद है.

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