भदोही में एक महिला की मौत मामले में दो फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. दोनों पर महिला को गलत इंजेक्शन देने का आरोप है. महिला को प्रसव के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आरोप है कि अस्पताल में उसे डॉक्टरों ने गलत इंजेक्शन लगा दिया. इस वजह से उसकी मौत हो गई.
न्यूज एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार औराई थाना के प्रभारी सच्चिदानंद पांडेय ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया. फिलहाल दोनों आरोपी फरार हैं और पुलिस उन्हें तलाश रही है. मामले को लेकर भदोही के चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ)संतोष कुमार चाक ने बताया कि औराई थाना क्षेत्र के विक्रमपुर के रहने वाले अंकित कन्नौजिया ने शिकायत की थी कि 23 अप्रैल को उसने अपनी भाभी आंचल (23) को एक निजी अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया था.
सीएमओ के अनुसार वहां दो डॉक्टर विनय कुमार पांडे और शिव बहादुर यादव ने पहले 50 हजार रुपया ऑपरेशन के लिए जमा करवाया. फिर भाभी को एक इंजेक्शन लगाया. इंजेक्शन लगाने के बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और मौत हो गई. साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे की भी जान चली गई. साथ ही डॉक्टर यह कहते हुए वहां से भाग निकले कि यहां ऑक्सीजन नहीं है.
सीएमओ ने बताया कि मामले की जांच एडिशनल चीफ मेडिकल ऑफिसर एके मौर्य ने की है. जांच में पाया गया है कि अस्पताल स्वास्थ्य विभाग से रजिस्टर्ड नहीं है. साथ ही दोनों चिकित्सकों की डिग्रियां भी फर्जी पाई गई. साथ ही महिला और भ्रूण के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह पाया गया कि दोनों को गलत इंजेक्शन दिया गया था.
औराई थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच के आधार पर और मृतका के परिजन के शिकायत पर दोनों फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. दोनों फर्जी डॉक्टर घटना के बाद से फरार हैं. पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी अभियान चला रही है.