यूपी के बस्ती में पुलिस ने बाइक चुराने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए उनके पास से चोरी की 10 मोटरसाइकिलों के साथ 5 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सदस्यों में एक मैकेनिक और कबाड़ी है, जो कि इस गैंग के सरगना हैं. पुलिस के मुताबिक जो मैकेनिक है, वह भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाकर रेकी कर पल भर में बाइक की लॉक को खोल कर छू मंतर कर देता था और गैंग का दूसरा सरगना जो कि कबाड़ी है, वह चोरी किए गए मोटरसाइकिलों को ठिकाने लगाता था.
पुलिस के मुताबिक जब 10 अगस्त की रात करीब 2 बजे मुड़घाट पुल के पास वाहनों की चेकिंग हो रही थी. इसी दौरान उन्हें देखकर पांच लोग भागने की कोशिश करने लगे. जिन्हें घेरकर पकड़ लिया गया. तलाशी के दौरान इनके पास से 10 चोरी की मोटर साइकिलें बरामद हुईं. शुरुआती पूछताछ में पता चला कि ये सभी एक संगठित गिरोह के सदस्य हैं.
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यह गिरोह बेहद शातिर तरीके से काम करता था. पहले ये लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाकर रेकी करते थे. गिरोह के कुछ सदस्य मोटरसाइकिल चोरी करने में माहिर थे, जबकि बाकी लोग उन्हें चोरी करने में मदद करते थे. अगर कोई चोरी हुई गाड़ी नहीं बिक पाती थी, तो गिरोह का एक सदस्य, जो एक मोटर साइकिल मैकेनिक है, उसे खोलकर उसके पुर्जे बेच देता था. बाकी बचे लोहे को एक कबाड़ी को बेच देता था.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम सुनील, अजीत, ओमप्रकाश, चंद्र कुमार और विदेशी राम निषाद हैं. इनमें से चंद्र कुमार मैकेनिक है और विदेशी राम निषाद कबाड़ की दुकान चलाता है. पुलिस ने बताया कि इन सभी का एक लंबा आपराधिक इतिहास है और इनके खिलाफ पहले से भी चोरी के कई मामले दर्ज हैं. बरामद की गई मोटरसाइकिलें कोतवाली, हरैया और कप्तानगंज थाना क्षेत्रों से चोरी की गई थीं. इन मोटर साइकिलों के संबंध में संबंधित थानों में पहले से ही मुकदमे दर्ज थे.
एएसपी अभिनन्दन ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. यह गिरोह चोरी की गई इन मोटरसाइकिलों को नेपाल के एक खरीददार को बेचने की तैयारी में था. अगर पुलिस समय पर कार्रवाई नहीं करती, तो ये मोटरसाइकिलें देश से बाहर चली जातीं. फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों के मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी है.