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घर में सोते मासूम को उठा ले गया बंदर, फिर जो हुआ वो दिल दहला देगा

दुधमुंह बच्चे को आंगन में सुलाकर मां घर के काम निपटाने में जुटी थी. इसी दौरान बंदरों का झुंड आ धमका और उनमें से एक बंदर सोते हुए मासूम को उठा ले गया. बच्चे की रोने की आवाज सुनकर परिजन दौड़े और उसी दौरान भागते हुए बंदर ने बच्चे को छत से नीचे फेंक दिया.

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बंदर के आतंक ने छीना घर का चिराग.
बंदर के आतंक ने छीना घर का चिराग.

उत्तर प्रदेश के बांदा में 2 माह के मासूम को सोते समय बंदर उठा ले गया और उसको छत से नीचे फेंक दिया. घटना में दुधमुंहे बच्चे की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. इस अनहोनी की सूचना से इलाके में हड़कंप मच गया. घर परिवार के साथ-साथ आसपास के इलाके में मातम छा गया. गमजदा परिजनों ने भी बच्चे का बगैर पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार कर दिया. 

घटना तिंदवारी थाना के छापर की है. गांव के रहने वाले विश्वेशर वर्मा के बेटे (2 साल) को मां ने मंगलवार देर शाम घर के आंगन में सुला दिया था. उधर, मां घर के अन्य कामों में जुटी गई थी. इसी बीच, अचानक एक बंदर आ धमका और दुधमुंहे बच्चे को उठाकर सीढ़ी के सहारे छत की ओर ले जाने लगा. 

बच्चे की रोने की आवाज सुनकर परिजन दौड़े और उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया. उसी समय भागते हुए बंदर ने छत से बच्चे को नीचे फेंक दिया. आवाज सुनकर परिजन आनन-फानन में पड़ोस के रहने वाले डॉक्टर के पास गए. जहां उसने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. 

इसके बाद परिजनों ने बगैर पोस्टमार्टम कराए बच्चे का अंतिम संस्कार भी कर दिया. इस घटना से मां सहित परिवारजन बेहाल हैं. विश्वेशर मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता है. 

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तिंदवारी थाना के प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है. वहीं, ग्राम प्रधान सहित गांववालों ने कहा कि वन विभाग में शिकायत कर बंदरों को पकड़ने के लिए शिकायत करेंगे.  

 

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