
UP News. बांदा में जिला स्वास्थ्य अधिकारी (CMO) की गाड़ी के ड्राइवर को हूटर बजाना महंगा पड़ गया, RTO बांदा ने गाड़ी को ओवरटेक करके रुकवाया और कागजात मांगे. न दिखा पाने पर 37 हजार रुपए का चालान काटते हुए गाड़ी को सीज कर दिया. जबकि गाड़ी में अपर CMO बैठे थे और नसबंदी कैम्प में बबेरू जा रहे थे. CMO की गाड़ी चालान होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया. RTO ने बताया कि गाड़ी 15 साल पुरानी है. न रजिस्ट्रेशन न कोई कागजात, साथ ही हूटर बजाकर ड्राइवर जा रहा था, इसलिए उसको सीज कर दिया.
दरअसल, जिले में इन दिनों नसबंदी कैम्प का आयोजन किया गया है. जानकारी के मुताबिक ACMO डॉ एम के गुप्ता CMO की गाड़ी लेकर बबेरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जा रहे थे, ड्राइवर हूटर बजाते हुए तेजी से गाड़ी चला रहा था. RTO बांदा रास्ते मे मुरवल के पास चेकिंग लगाए हुए थे, रोकने के लिए कहा तो ड्राइवर ने सरकारी गाड़ी नहीं रोकी. जिस पर RTO ने पीछा कर गाड़ी को ओवरटेक किया और रोककर कागजात मांगे लेकिन ड्राइवर नहीं दिखा सका.

वही, ACMO ने मौजूद RTO को बताया कि नसबंदी शिविर में बबेरू जा रहे हैं, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी और 37000 का चालान करके गाड़ी को सीज कर दिया. इसके बाद RTO ने मौजूद चिकित्सा अधिकारी को अपनी गाड़ी से बबेरू CHC भेजा.
CMO डॉक्टर अनिल कुमार ने aajtak को बताया कि शासन की गाइड लाइन उन्हें मिली है, जो गाड़ी 15 वर्ष पुरानी है, उस पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए. गाड़ी 15 वर्ष पुरानी है, ऐसी गाड़ियों को स्क्रैब किया जा रहा है.
वहीं, RTO अनिल कुमार ने बताया कि गाड़ी (UP90G0034) जो सायरन बजाते हुए तेज गति से जा रही थी, रुकने को कहा गया लेकिन ड्राइवर ने रोकी नहीं, आगे रुकवाया गया, कागजात मांगे गए लेकिन ड्राइवर दिखा नहीं सका. उक्त गाड़ी का न तो रजिस्ट्रेशन था न कुछ, जिस पर गाड़ी को सीज करते हुए 37000 का चालान किया गया. गाड़ी भी 15 साल पुरानी है, अब स्क्रैब में भेजी जाएगी.