उत्तर प्रदेश के बांदा में पुलिस ने रविवार सुबह अंतर्राज्यीय ईरानी गैंग के दो शातिर सदस्यों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया. आरोपी पुलिस का भेष धरकर लोगों को फर्जी आईडी कार्ड दिखाकर लूट और ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे. मुठभेड़ के दौरान दोनों बदमाशों के पैरों में गोली लगी है और उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है.
एसपी पलाश बंसल के निर्देशन पर मटौंध थाना पुलिस और एसओजी टीम ने गोयरा मुगली इलाके में घेराबंदी कर कार्रवाई की. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सलमान अली ईरानी निवासी शहडोल (मध्य प्रदेश) और साहिल फ़िरोज ईरानी निवासी बुरहानपुर (मध्य प्रदेश) के रूप में हुई है.
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ये दोनों ईरानी गैंग के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं. इनके पास से भारी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण, नकली पुलिस आईडी कार्ड, अवैध तमंचा-कारतूस और फर्जी नंबर प्लेट लगी अपाचे बाइक बरामद की गई है.
दरअसल, हाल के दिनों में बांदा जिले में लगातार लूट और ठगी की घटनाओं ने पुलिस की चिंता बढ़ा दी थी. गैंग ने कुछ दिन पहले डीएम ऑफिस में तैनात महिला स्टाफ को रास्ते में रोककर फर्जी आईडी कार्ड दिखाते हुए कहा था कि डीएम ने गहनों पर रोक लगाई है. इसके बाद महिला के कीमती गहने लेकर फरार हो गए थे.
पुलिस का कहना है कि आरोपी यूपी, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों में लूट और ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. इनके मोबाइल में ईरान के राष्ट्रपति की तस्वीर तक पाई गई है. एएसपी शिवराज ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपी पेशेवर अपराधी हैं और लंबे समय से पुलिस का भेष धरकर लोगों को ठग रहे थे. फिलहाल दोनों को जेल भेजने की प्रक्रिया चल रही है और इनके बाकी गैंग सदस्यों की तलाश तेज कर दी गई है.