रामपुर जिला जेल में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान और उनके बेटे व पूर्व विधायक अब्दुल्लाह आजम से मिलने के लिए परिवार बुधवार को दूसरी बार पहुंचा, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी. लगभग एक घंटे की प्रतीक्षा के बाद आजम खान की पत्नी डॉ. तंजीन फातिमा, बहन निखत अखलाक और बड़े बेटे अदीब खान को बिना मिले ही लौटना पड़ा.
आजम खान और अब्दुल्लाह 17 नवंबर से रामपुर जिला कारागार में बंद हैं. परिवार सुबह जेल पहुंचा था. जेल परिसर में करीब एक घंटे तक औपचारिकताएं पूरी होती रहीं. इसके बाद परिवार बाहर आया. बाहर निकलते ही मीडिया ने तंजीन फातिमा से मुलाकात न होने की वजह पूछी.
आजम खान और अब्दुल्लाह जेल में हैं बंद
उन्होंने शांत लहजे में कहा कि मुलाकात नहीं हुई. जब पूछा गया कि आखिर क्यों नहीं हुई, तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अब्दुल्ला ने उधर से इनकार कर दिया और आजम खान से भी मुलाकात नहीं हुई. इसके बाद उन्होंने और परिवार के अन्य सदस्यों ने किसी भी अन्य सवाल का जवाब दिए बिना कार में बैठकर वहां से रवाना हो गए.
परिवार के लौटने के बाद स्थानीय राजनीतिक हलकों में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है. कई लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर ऐसी क्या वजह रही कि अब्दुल्लाह आजम ने अपनी मां और परिवार से मिलने से इनकार कर दिया. हालांकि जेल प्रशासन की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.
परिवार की जेल में नहीं हुई मुलाकात
बताते चलें कि आजम खान और अब्दुल्लाह आजम कई मामलों में न्यायिक हिरासत में हैं. पिछले दिनों भी परिवार ने मुलाकात की कोशिश की थी, लेकिन मुलाकात सीमित समय और औपचारिक प्रक्रियाओं के कारण पूरी नहीं हो पाई थी. परिवार के सदस्यों ने उम्मीद जताई थी कि इस बार मुलाकात हो जाएगी, लेकिन फिर भी बात नहीं बन सकी. फिलहाल दोनों पिता-पुत्र से जुड़ी कानूनी कार्यवाही आगे बढ़ रही है और परिवार हर संभव प्रयास कर रहा है कि जल्द उनसे मुलाकात हो सके.