अयोध्या में श्रीराम के तिलक उत्सव में उनकी ससुराल से आने वाले अतिथियों के लिए शानदार दावत की व्यवस्था होगी. उनके स्वागत सत्कार में पापड़ी चाट से लेकर हलवा तक परोसा जाएगा. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार होने वाले विवाह उत्सव से पहले तिलक उत्सव को भव्य बनाने के लिए अयोध्या से लेकर जनकपुर तक में तैयारियां की गई हैं. श्रीराम का तिलक करने सीताजी के घर जनकपुर से आने वाले अतिथियों के स्वागत और उनके सत्कार के लिए व्यवस्था की गई है.
रामकथा में उत्सव का सबसे बड़ा अवसर श्रीराम का जानकी से विवाह है. इस बार 6 दिसम्बर को विवाह पंचमी की तिथि है, इस दिन जनकपुर में श्रीराम जानकी विवाह का भव्य उत्सव होगा. इससे पहले 18 नवम्बर को सीताजी के मायके से आए तिलकहरु अयोध्या में श्रीराम का तिलक करेंगे. दोपहर दो बजे पूरे विधि-विधान से तिलकोत्सव होगा. जानकारी के अनुसार 300 से ज़्यादा जनकपुरवासी तिलकहरू(तिलक करने वाले संबंधी) अयोध्या पहुंचेंगे. ये लोग अलग अलग समूहों में उपहारों के साथ अयोध्या पधारेंगे.
दावत में पापड़ी चाट से लेकर हलवे तक की व्यवस्था
जनकपुर से आने वाले अतिथियों के लिए परंपरा के अनुसार शानदार दावत की व्यवस्था जाएगी. तिलकहरुओं के स्वागत के लिए ख़ास मेन्यू तैयार किया गया है. पकवानों में अवध में विवाह और मांगलिक अवसरों पर बनने वाले व्यंजन होंगे. जनकपुर से आए अतिथियों के लिए चाट का भी इंतज़ाम होगा. इसमें आलू टिक्की, पापड़ी चाट, दही-भल्ले ख़ास होंगे. इसके अलावा छोला-चावल, पूड़ी-सब्ज़ी, मिक्स्ड वेजिटेबल, पापड़, रायता और अन्य कई तरह के व्यंजन होंगे. मुंह मीठा करने के लिए हलवे और अन्य मिठाइयों की व्यवस्था रहेगी.
परंपरागत तरीके से चढ़ेगा श्रीराम का तिलक
श्रीराम का तिलक उत्सव रामसेवकपुरम में होगा. यहां अतिथियों और उपस्थित लोगों की संख्या को देखते हुए व्यवस्था की जा रही है. तिलक के लिए तैयार मंच पर राम के स्वरूप में सज्जित 18 वर्षीय युवक को आटे से बनाए गए चौक या इस समारोह के लिए तैयार सिंहासन पर बिठाया जाएगा. तिलक समारोह पूरी तरह से पारम्परिक होगा. इसमें लगने वाले सामान परम्परा के अनुसार जनकपुर से तिलकहरू अपने साथ लाएंगे. इसमें कांसे की थाल, दो कटोरी, गिलास, चम्मच आदि पांच परम्परागत बर्तनों के अलावा भेंट करने के लिए अन्य बर्तन लेकर आएंगे. राम के स्वरूप को परम्परागत पीली धोती, गमछा, हल्दी गांठ,चंदन गांठ (मुट्ठा), धान, पीले चावल, दूर्वा (दूब घास) ,यज्ञोपवीत भेंट की जाएगी. इसके अलावा चांदी के सिक्के, पान, इलायची, सुपारी भी दी जाएगी.
अयोध्या से 26 नवम्बर को जनकपुर के लिए रवाना होगी रामबारात
परंपरा के अनुसार श्रीराम का तिलक चढ़ाने के लिए जनकपुर से आए संबंधियों में सीताजी के छोटे भाई की भूमिका जानकी मंदिर के छोटे महंत रामरोशन दास होंगे, जो भाई के रूप में सभी परंपराओं को निभाएंगे. इसके बाद 26 नवम्बर को अयोध्या से राम बारात जनकपुर के लिए रवाना होगी. 6 दिसम्बर को विवाह पंचमी की तिथि पर जनकपुर में राम जानकी का विवाह होगा. पहली बार तिलक उत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, इसमें नेपाल के कई प्रतिष्ठित लोग आएंगे. नेपाल के मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह और उनके कई मंत्री मौजूद रहेंगे. जनकपुर के मेयर मनोज कुमार शाह भी अयोध्या पहुंचेंगे. तिलकहरु अपने साथ वस्त्र, सोने-चांदी के आभूषण, फल, मेवे, मिष्ठान्न और 'दामाद' राम को भेंट करने के लिए उपहार लाएंगे.