पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार लगातार एक्शन मोड में है. इस बीच भारत में मौजूद पाकिस्तानियों को खोज-खोजकर वापस भेजने का काम शुरू कर दिया गया है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश पुलिस भी अलर्ट हो गई है. केंद्र सरकार और यूपी डीजीपी के निर्देश के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को पुलिस चिह्नित कर रही है.
प्रदेश में एक स्पेशल ड्राइव चलाकर पाकिस्तानियों को वापस भेजने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है. यूपी में करीब 1000 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जो वीजा पर आए थे, लेकिन समय समाप्त होने के बाद भी वापस नहीं लौटे. मगर अब पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने इन्हें जल्द से जल्द देश छोड़ने के निर्देश दिए हैं.
फिलहाल, ये लोग खुद ही वापस लौटने लगे हैं. अगर तय समय सीमा में नहीं लौटे तो इनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इन नागरिकों में वे हिंदू शामिल नहीं हैं जो CAA के तहत नागरिकता के लिए आवेदन कर चुके हैं.
यूपी के डीजीपी के आदेश के बाद जिलों के एसपी और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट्स इनकी तलाशी और डाटा संकलन का कार्य कर रही है. बताया जा रहा है कि कई लोग रिश्तेदारियों में भारत आए और वीजा खत्म होने के बाद पहचान बदलकर यहीं छिपकर रहने लगे. नेपाल रूट के ज़रिए भी अवैध घुसपैठ की घटनाएं सामने आई हैं.
एक आंकड़े के मुताबिक, बरेली में 35, बुलंदशहर में 18, वाराणसी में 10 और रामपुर में 30 पाकिस्तानी नागरिक होने की संभावना जताई गई है. इन सभी जगहों पर पुलिस स्पेशल ड्राइव चलाकर पाकिस्तानियों को चिन्हित कर रही है, ताकि उन्हें वापस भेजा जाए.
इस संबंध में खुद गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है. अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों से कहा है कि वे अपने-अपने राज्यों से पाकिस्तान के लोगों को जल्द से जल्द हटाएं. गृहमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ये फैसला लिया है.