
पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर एक बेहद छोटे बैग की तस्वीर वायरल हो रही है. ये बैग नमक के दाने से भी छोटा है. इसे देखने के लिए माइक्रोस्कोप की जरूरत पड़ती है. अब एक ऑक्शन में इसे 50 लाख रुपये से ज्यादा में बेच दिया गया है. जिसके बाद यूजर्स पूछ रहे हैं कि आखिर इस बैग को किस काम में यूज किया जाएगा.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, मानव आंखों से बमुश्किल दिखाई देने वाला ये बैग लुई वुइटन (Louis Vuitton) डिजाइन पर आधारित है. हालांकि, इसे न्यूयॉर्क कला समूह MSCHF ने बनाया है. MSCHF की स्थापना 2016 में हुई थी और यह अपनी विचित्र नीलामियों के लिए जाना जाता है.
'नमक के एक दाने से भी छोटे' इस बैग को बीते दिन ऑनलाइन नीलामी में 63,000 डॉलर (51.6 लाख रुपये) में बेचा गया. बैग को डिजिटल डिस्प्ले वाले माइक्रोस्कोप के साथ बेचा गया ताकि खरीदार इसे देख सके. क्योंकि, इसका साइज महज 657×222×700 माइक्रोमीटर है. बैग फ्लोरोसेंट पीले-हरे रंग का है.

ये इतना छोटा है कि सुई के छेद के अंदर से भी निकल जाएगा. इस महीने की शुरुआत में जब MSCHF ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से बैग की तस्वीर पोस्ट की तो इसने ऑनलाइन खूब सुर्खियां बटोरी थीं. बैग में Louis Vuitton कंपनी का लोगो 'LV' बना हुआ है.
बैग के बिक्री की मेजबानी अमेरिकी संगीतकार फैरेल विलियम्स द्वारा स्थापित एक ऑनलाइन नीलामी घर जूपिटर द्वारा की गई थी. हालांकि, विलियम्स वर्तमान में Louis Vuitton के मेन्सवियर के क्रिएटिव डायरेक्टर के रूप में कार्यरत हैं.

बैग की फोटो पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा- आखिरकार, इसका उपयोग क्या है. दूसरे ने कहा- इसे बनाने में कितनी सावधानी बरती गई होगी. तीसरे ने लिखा- चींटी से भी छोटा हैंडबैग.
बता दें कि Louis Vuitton एक इंटरनेशनल लग्जरी ब्रांड है. इसके एक-एक बैग की कीमत लाखों में होती है. अमीर और बड़े-बड़े सेलिब्रेटी इसके बैग्स को लेना पसंद करते हैं. बैग्स बनाने वाली कंपनी की लिस्ट में Louis Vuitton एक फेमस और स्थापित ब्रांड है.