आमतौर पर मधुमक्खियों के छत्ते से शहद निकालने की प्रक्रिया किसी बम डिस्पोजल ऑपरेशन से कम नहीं लगती. कंधे तक के दस्ताने, चेहरे पर जालदार मास्क और हाथ में धुआं देने वाली मशाल.ये सब सिर्फ इसलिए ताकि मधुमक्खियों के डंक से बचा जा सके. क्योंकि अगर पूरा झुंड हमला कर दे, तो हालात खतरनाक हो सकते हैं.
वीडियो में एक शख्स बिना किसी सुरक्षा कवच के मधुमक्खियों के एक बड़े छत्ते तक पहुंचता है. चेहरे पर कोई मास्क नहीं, हाथ में कोई दस्ताना नहीं है. बड़ी हिम्मत के साथ वह छत्ते से मधुमक्खियों को हटाता है और शहद निकालता है. मधुमक्खियां उसके चेहरे, गर्दन और यहां तक कि टी-शर्ट के अंदर रेंग रही होती हैं, लेकिन वह शख्स पूरी तरह शांत नजर आता है ऐसा लग रहा है मधुमक्खियों के डंक का कोई डर ही नहीं.
ये वीडियो @TansuYegen नामक यूजर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर किया है. वीडियो को लाखों बार देखा जा चुका है और हजारों लाइक्स मिल चुके हैं. लोग इस पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं.
देखें वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर लोग हैरान हैं कि आखिर ये कैसे मुमकिन है. वीडियो पर कई तरह के कमेंट भी आए हैं. किसी ने इसे फेक बताया, तो किसी ने इसे आंखों का धोखा कहा. एक यूजर ने लिखा कि लगता है मधुमक्खियां इसकी दोस्त हैं, तभी इसे कुछ नहीं कह रहीं.
कहीं ये तो नहीं थी टेक्निक
वहीं एक यूजर ने जब ग्रोक से ये वीडियो टैग करके पूछा कि ऐसा कैसे हो सकता है, तो जवाब मिला– ये शख्स शायद मधुमक्खियों को शांत करने के लिए पारंपरिक तरीका यानी धुएं का इस्तेमाल करता है. धुआं मधुमक्खियों की सतर्कता की गंध (फेरोमोन) को छुपा देता है और उन्हें शहद खाने को मजबूर करता है, जिससे वे शांत हो जाती हैं और हमला नहीं करतीं.
यह तरीका खासतौर पर चीन के युन्नान इलाके में आम है, और वीडियो में जो 'चाइना पोस्ट' का वॉटरमार्क है, उससे भी यही अंदाजा लगता है. इसके अलावा, हो सकता है कि मधुमक्खियों की नस्ल कम आक्रामक हो या शख्स की हरकतें बहुत शांत हों, जिससे मधुमक्खियां भड़कती नहीं, लेकिन मुख्य वजह पारंपरिक धुएं की तकनीक ही मानी जा रही है.