भारत एक ऐसी जगह है जहां अगर किसी ने कोई दुकान खोली और व्यापार अच्छा चलने लगा तो उसकी कई पुश्तें उसी दुकान को चलाती हैं.ये एक तरह का फैमली बिजनेस बन जाता है. ऐसी दुकानों का अपना खास इतिहास भी होता है. इसी तरह राजस्थान के जोधपुर में एक दूध की दुकान है जो अचानक चर्चा में आ गई है.
यहां दशकों से चल रही दुकान के मालिक विपुल निकूब ने कुछ हैरान करने वाली बातें बताईं. उन्होंने कहा कि मेरे दादा ने 1949 में ये दुकान खोली थी और उस दिन से आजतक यहां के चूल्हे की आग नहीं बुझी है. दुकान हर दिन 22 से 24 घंटे तक खुली रहती है. यहां दूध को परंपरागत तरीके से कोयले और लकड़ी पर गाढ़ा होने तक पकाया जाता है. ग्राहक आते हैं और गरमागर्म दूध पीते या घर ले जाते हैं.
उन्होंने कहा- हमारी दूध की दुकान प्रसिद्ध है, लोग इसे पसंद करते हैं, और चूंकि दूध ग्राहकों को पोषण और शारीरिक शक्ति प्रदान करता है और घरों में रोजाना यूज होता है, इसलिए हम एक अच्छा और बेहतर व्यवसाय चला रहे हैं. बता दें कि भारत में दूध और दूध से बनने वाले ढेरों डिशेज से लोगों का लगाव इस तरह है कि मंदी में ऐसे व्यापार पर शायद ही असर पड़ता है.
उन्होंने कहा कि आज 'लगभग 75 साल हो गए हैं जब से यह दुकान लगातार चल रही है, और हम पीढ़ी दर पीढ़ी काम कर रहे हैं. मैं इसकी तीसरी पीढ़ी से हूं, और यह दुकान यहां एक परंपरा बन गई है.