एक पर्वतारोही की ओर से इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई फोटो में दुनिया की सबसे ऊंची पहाड़ की चोटी पर ट्रैफिक जाम सा नजारा दिख रहा है. काफी संख्या में पर्वतारोही लाइन में लगकर एवरेस्ट के टॉप पर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. बता दें कि इस बार के वसंत में एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए नेपाल ने रिकॉर्ड 381 लोगों को परमिट जारी किया था. परमिट के लिए 7.6 लाख रुपये चार्ज किए जाते हैं.
खबरों के मुताबिक, एवरेस्ट पर भीड़ होने और खराब मौसम की वजह से तीन पर्वतारोहियों की मौत भी हो गई. एएफपी के मुताबिक, नेपाल के टूरिज्म डिपार्टमेंट की प्रवक्ता मीरा आचार्य के मुताबिक, एवरेस्ट पर जान गंवाने वाले लोगों में 2 भारतीय थे.
52 साल की कल्पना दास चोटी पर पहुंचने में सफल रहीं, लेकिन उतरने के दौरान गुरुवार को उनकी मौत हो गई थी. वहीं, 27 साल के निहाल भगवान भी वापस आने के रास्ते में मारे गए.
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पीक प्रमोशन के केशव पौडेल ने बताया कि मृतक ट्रैफिक की वजह से वे 12 घंटे से अधिक फंसे रहे और बीमार पड़ गए. उन्हें कैंप में पहुंचाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई. वहीं, एक ऑस्ट्रेलियाई पर्वतारोही पहाड़ के तिब्बती हिस्से में हादसे के शिकार हो गए थे. इससे पहले बुधवार को 55 साल की भारतीय अंजलि कुलकर्णी और एक अमेरिकी पर्वतारोही की मौत भी एवरेस्ट पर ही हो गई थी.
जानकारों के मुताबिक, इस सीजन में मौसम अच्छा नहीं रहने की वजह से एवरेस्ट पर जाने के लिए दिन बेहद कम थे. इसलिए एवरेस्ट पर पर्वतारोहियों की भीड़ लग गई. अधिक देर तक एवरेस्ट की चोटी पर रहने की वजह से जान को खतरा पैदा हो जाता है.