छत्तीसगढ में सुकमा के जिला कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन का माओवादियों द्वारा अपहरण किये जाने की घटना पर लोकसभा में विभिन्न दलों के सदस्यों ने गहरी चिन्ता जतायी और उन्हें मुक्त कराने के लिए सरकार से प्रभावी कदम उठाने की मांग की.
शून्यकाल में अन्नाद्रमुक के थंबीदुरई ने यह मामला उठाते हुए कहा कि कार्यालय निरीक्षण के दौरान मेनन का अपहरण बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. इस घटना से आईएएस अधिकारियों में भय पैदा हो गया है.
मेनन को बचाने के सभी प्रयास किये जाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि गृह मंत्री पी चिदंबरम और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस मुद्दे पर बयान दें.
द्रमुक के टी आर बालू ने कहा कि मेनन का जीवन बचाने के लिए ठोस कार्रवाई की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मेनन का अपहरण न सिर्फ प्रशासन के लिए चेतावनी है बल्कि आंतरिक सुरक्षा के लिए भी बहुत बड़ा खतरा है. मेनन को रिहा कराने की जिम्मेदारी केन्द्र की है. ऐसी घटनाएं होने से रोकने के लिए सरकार को अधिकारियों को पर्याप्त संरक्षण देना चाहिए.
कांग्रेस के एस एस रामासुब्बू ने कहा कि मेनन का अपहरण राष्ट्र के लिए बड़ा धक्का है. उन्होंने मारे गये मेनन के सुरक्षाकर्मियों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले माओवादियों ने ओडिशा में दो इतालवी नागरिकों और एक बीजद विधायक का अपहरण किया था.