गुजरात में एक शादीशुदा जज की प्रेम कहानी सामने आई है. इस जज ने अपनी एक सहपाठी को छह महीने के भीतर 20 हजार कॉल किए और साढ़े 4 हजार एसएमएस भेजे. जब कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला तो जज साहब एक दिन लड़की के घर तक पहुंच गए. इस मामले में सूरत पुलिस ने केस दर्ज कर दिया है.
'नवगुजरात समय' की खबर के मुताबिक वडोदरा में तैनात यह जज कॉलेज के दिनों से ही इस युवती को चाहते थे, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई. कॉलेज से निकलने के बाद दोनों के बीच कभी मुलाकात नहीं हो पाई. इस बीच जज की शादी भी हो गई. एक दिन उन्हें पता चला कि उनकी प्रेमिका सूरत में है. उन्होंने किसी तरह इस युवती का मोबाइल नंबर पता कर लिया. उसके बाद रोज उसे फोन करने लगे.
जज साहब को जब मौका मिलता, इस लड़की को फोन करते, एसएमएस भेजते. जज के इस रवैये से उनके परिवार वाले भी परेशान थे. उनकी हरकत का पता चलने पर बीवी ने खुदकुशी करने की भी कोशिश की लेकिन इसके बाद भी जज साहब अपनी हरकत से बाज नहीं आए.
बात पिछले साल 20 नवंबर की है. जज साहब उस लड़की के घर तक पहुंच गए और उसे साथ ले जाने पर अड़ गए. किसी तरह आसपास के लोगों ने समझाया. इस घटना से युवती काफी घबरा गई. उसने उमरा पुलिस स्टेशन में जज के खिलाफ केस दर्ज करा दिया. आरोपी जज ने सूरत कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर माफी मांग ली और अग्रिम जमानत ले ली. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए, जमानत रद्द करने के लिए गुजरात हाई कोर्ट में अर्जी लगाई. हाई कोर्ट ने सूरत कोर्ट के आदेश को कायम रखने का आदेश जारी किया.
मामले की जांच कर रहे पुलिस अफसर एसजी राणा के मुताबिक आरोपी औसतन 50 से 60 कॉल करता था. वह रात को भी कॉल कर परेशान करता था. शिकायत करने वाली युवती के फोन की जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ने करीब छह महीने के भीतर 20 हजार कॉल किए और साढ़े 4 हजार एसएमएस भेजे हैं.