देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों गंभीर ऑपरेशनल संकट का सामना कर रही है. यह संकट बीते छह दिनों से लगातार जारी है और इसका असर देशभर के लगभग सभी बड़े एयरपोर्ट्स पर साफ देखा जा सकता है. यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है, कई उड़ानें लगातार रद्द हो रही हैं और रविवार को भी बड़ी संख्या में फ्लाइट्स कैंसिल हुईं. इसी अफरा-तफरी के बीच सोशल मीडिया पर मशहूर कॉमेडियन जसपाल भट्टी का एक पुराना कॉमेडी वीडियो अचानक वायरल हो गया है, जिसे लोग मौजूदा इंडिगो हालात से जोड़कर देख रहे हैं.
यह वीडियो साल 1995 में प्रसारित हुए जसपाल भट्टी के टीवी शो ‘Full Tension’ के एक एपिसोड का है. इसमें जसपाल भट्टी ने ‘SOS Airlines’ नाम की एक काल्पनिक एयरलाइन के कर्मचारी का किरदार निभाया था.
क्या है वायरल हो रहे वीडियो में?
इस कॉमेडी स्केच में अभिनेता विवेक शौक मुंबई जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचते हैं. एयरपोर्ट के बाहर उनकी मुलाकात जसपाल भट्टी से होती है, जो पहले उनका सामान गाड़ी से उतारने में मदद करते हैं. इसके बाद वही जसपाल भट्टी टिकट काउंटर पर बैठकर टिकट काटते नजर आते हैं, फिर खुद ही चेक-इन काउंटर संभालते हैं और आखिर में यह भी कहते हैं कि जरूरत पड़ी तो प्लेन भी वही उड़ाएंगे.
इस पर जब उनसे वजह पूछी जाती है, तो कहते हैं कि एयरलाइन में स्टाफ की भारी कमी है. इसके बाद वह यह भी कहते हैं कि इस एयरलाइन का नाम SOS यानी ‘Shortage of Staff’ है.
देखें ये वायरल वीडियो
इंडिगो संकट से क्यों जोड़ा जा रहा है यह वीडियो?
सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो की तुलना सीधे इंडिगो संकट से कर रहे हैं. मौजूदा स्थिति में इंडिगो की कई उड़ानें पायलट और केबिन क्रू की कमी के चलते प्रभावित हुई हैं. इसी वजह से बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ी हैं. लोग कह रहे हैं कि जसपाल भट्टी ने करीब 30 साल पहले जिस स्थिति को कॉमेडी के रूप में दिखाया था, वही तस्वीर आज हकीकत बनकर सामने आ गई है. वीडियो पर यूजर्स के फनी और सैटायर भरे कमेंट्स भी जमकर वायरल हो रहे हैं.
DGCA ने इंडिगो को भेजा ‘कारण बताओ’ नोटिस
इंडिगो संकट को लेकर विमानन नियामक DGCA ने शनिवार 6 दिसंबर को बड़ा कदम उठाया. DGCA ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर इसिड्रे पोरक्वेरस को ‘शो कॉज नोटिस’ जारी किया है. यह नोटिस इस सप्ताह उड़ान संचालन में हुई गंभीर गड़बड़ियों को लेकर भेजा गया है. दोनों अधिकारियों को 24 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई क्यों न की जाए.