हमास के आतंकियों ने इजरायल पर हमला करने के बाद उसके दक्षिणी हिस्से में घुसपैठ की. आतंकियों ने यहां खूब खून खराबा किया और बड़ी संख्या में लोगों को अगवा करके गजा ले गए. जिन लोगों को अगवा किया, उनमें एक परिवार की तीन पीढ़ियां भी शामिल हैं. जब इनके रिश्तेदार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा तो वो हैरान रह गया. इस परिवार की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही हैं. लोग इनकी वापसी की दुआ कर रहे हैं.
हमास के आतंकियों ने 150 से ज्यादा महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और पुरुषों को अगवा किया है. इन्हें वो बंधक बनाकर गजा ले गए. कई लोगों को उनके घरों, सड़कों और डांस पार्टी में ही गोली मार दी गई. बड़े स्तर पर शहरों में नरसंहार को अंजाम दिया गया है. महिलाओं के साथ रेप की खबरें हैं. इनके सामानों को लूट लिया गया है. हमास के हालिया हमले को दूसरे विश्व युद्ध के नरसंहार के बाद यहूदियों के इतिहास का सबसे बड़ा काला अध्याय कहा जा रहा है. ये सब कुछ यहूदियों के साथ 21वीं सदी में तब हो रहा है, जब वो दुनिया के सबसे मजबूत सेना वाले देश में रहते हैं.
स्काई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सबसे घातक मामलों में से एक ये है. जिसमें एक परिवार की तीन पीढ़ियां अगवा हो गई हैं. Bibas Silverman परिवार इजरायल के दक्षिणी हिस्से में स्थित किबुत्ज निर ओज में रहता था. फलस्तीनियों ने इन्हें अगवा किए जाने का वीडियो रिकॉर्ड किया और दुनिया को दिखाने के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. वीडियो को देख पाना मुश्किल है. उसका स्क्रीनशॉट भी वायरल हो रहा है. जिसमें एक डरी हुई मां अपने छोटे मासूम बच्चों की रक्षा करने की कोशिश करती दिख रही है. आसपास आतंकियों ने उन्हें घेरा हुआ है.

अपने बच्चों को बचाने की कोशिश करती इस मां का नाम शिरी है. उनका बड़ा बेटा एरियल 4 साल का है और छोटा बेटा कफिर 9 महीने का है. शिरी और उनके बेटों के साथ ही उनके पति यार्गेन, ससुर योसी, सास मार्गिट को भी अगवा किया गया है. उनकी सास को पार्किंसन की दिक्कत है और रोज दवाएं लेने की जरूरत पड़ती है. अब इस परिवार के रिश्तेदार इन्हें लेकर चिंता में हैं. शिरी के कजिन योसी तेल अवीव में रहते हैं. वो यहां एक रोस्टोरेंट चलाते हैं. उन्होंने बताया कि अपने रिश्तेदारों को अगवा किए जाने का वीडियो देखकर वो कैसा महसूस कर रहे थे.
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योसी ने कहा, 'जब मैंने पहली बार तस्वीरें देखीं, तो मुझे यकीन नहीं हुआ. मैंने जो देखा मैं समझ नहीं सका. तब मैंने एक अन्य तस्वीर देखी और वो काफी साफ थी. मैंने देखा कि मेरी कजिन शिरी और उनके दो बच्चे उसमें दिख रहे हैं.' इस परिवार के बारे में फलस्तीन और वहां की सरकार की तरफ से अभी तक कुछ नहीं कहा गया है.
योसी कहते हैं, 'मुझे इस बात का डर है कि वो परिवार के सदस्यों को एक दूसरे से दूर न कर दें. वो उन्हें मार न दें. वो उन्हें चोट न पहुंचाएं, कि हम उन्हें कभी देख न पाएं, कि हमें उनकी कोई जानकारी ही न मिले, मुझे डर है कि इस मामले में हम हमेशा ब्लैंक ही न रह जाएं.' योसी का कहना है कि वो सरकार से जवाब चाहते हैं. जो वीडियो सामने आया वो दोपहर के वक्त का है, जबकि गजा से हमले सुबह 6 बजे शुरू हुए थे. तो दस घंटे बाद भी इजरायली सेना यहां नहीं पहुंची थी. फलस्तीनी किबुत्ज में आकर लोगों को मार रहे थे, उन्हें लूट रहे थे, घरों को जला रहे थे.
उन्होंने आगे कहा, 'हमारे पास गजा की सीमा पर ताड़ हैं, दीवारें हैं, इंटेलीजेंस है, हमारे पास सेना है, हमारे पास योजनाएं हैं, हमारे पास हेलीकॉप्टर हैं, टैंक हैं, हमारे पास सबकुछ है. और आईडीएफ शुरुआती घंटों में वहां नहीं थी. मानो हमारे पास सेना ही न हो. आपने और भी इजरायलियों से बात की होगी, आपने हम लोगों में बदले की आग से ज्यादा डर देखा होगा. जब हमें पता चला कि हमारी सेना फेल हो गई है लेकिन इन सबसे उबरने का दृढ़ संकल्प भी है.'
योसी एक लड़ाकू रेजिमेंट में रिजर्विस्ट हैं. वो कहते हैं, 'मैं भी जाकर लड़ना चाहता हूं. मैं जाना चाहता हूं और अपने देश की मदद करना चाहता हूं, मैं जो कुछ भी कर सकता हूं वो करना चाहता हूं और मैं जानता हूं कि मेरे सारे दोस्त और जिन लोगों को मैं जानता हूं वो सब भी यही करेंगे.' इजरायल की तरफ से कहा गया है कि हमास और फलस्तीन के अन्य समूहों ने सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया है. वो इन्हें उस दिन अपने साथ लेकर चले गए थे. उनमें से किसी के भी बारे में तब से कुछ पता नहीं चला है.