शादी के कुछ महीने बाद ही एक महिला की पति से अनबन हो गई. वे दोनों अलग हो गए. फिर महिला अपने एक शादीशुदा पुरुष दोस्त के घर पहुंची. यहां पुरुष दोस्त की पत्नी और महिला के बीच भावनाएं पैदा हो गईं. बाद में तीनों ने साथ रहने का फैसला किया और Throuple रिलेशनशिप में आ गए. ये कहानी है पिद्दू कौर, स्पीटी सिंह और सनी सिंह की. एक वीडियो में उन्होंने अपने रिलेशनशिप को लेकर खुलकर बात की.
दरअसल, पिद्दू, स्पीटी और सनी मूलरूप से भारतीय हैं. मगर काफी समय पहले अमेरिका में शिफ्ट हो गए थे. 2009 में पिद्दू की अरेंज मैरिज हुई थी. लेकिन कुछ ही महीने बाद पति से तलाक हो गया. तलाक के बाद पिद्दू अपने होमटाउन कैलिफोर्निया से इंडियाना अपने करीबी दोस्त सनी के पास पहुंचीं. सनी यहां स्पीटी संग रहते थे.

सनी के घर में हफ्ते भर रहने के दौरान पिद्दू और स्पीटी करीब आ गए. उनके बीच फीलिंग्स पैदा हो गई. दोनों ने यह बात सनी को बताई और फिर सहमति से तीनों Throuple Relationship में रहने लगे. उनके चार बच्चे भी हैं.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, 18 साल की उम्र में अमेरिका शिफ्ट होने से पहले स्पीटी एक अन्य महिला के साथ रिलेशनशिप में रह चुकी थीं. शादी के साल भर बाद स्पीटी ने झिझकते हुए सनी से अपने समलैंगिक संबंधों के बारे में बात की थी, जिसे सनी ने स्वीकार कर लिया.
सनी से अपने रिलेशनशिप को लेकर एक वीडियो में स्पीटी ने कहा- हम आपस में एक दूसरे को बहुत प्यार करते हैं. सनी और मैं टीनएज स्वीटहार्ट थे. पंजाब में पैदा होने के बाद सनी अपने माता-पिता के साथ न्यूयॉर्क चले गए थे. तब वह आठ साल के थे. हमने सालों तक डेट किया और 2003 में शादी कर ली थी.
स्पीटी कहती हैं कि रिश्ते में पिद्दू के आने के बाद शुरू में काफी संभलकर रहना पड़ा. भावनाओं पर कंट्रोल, ईर्ष्या, रोमांस के लिए समय का बंटवारा जैसी तमाम चीजें थीं, जिनपर सहमति बनने में समय लगा. हालांकि, वक्त के साथ सब ठीक होता गया.
परिवार वालों का ऐसा था रिएक्शन
इस Throuple Relationship को लेकर तीनों के परिवार वाले सहमत नहीं थे. उन्हें रिश्तेदारों के ताने सुनने पड़े. इतना ही नहीं उनके परिजनों को लोगों ने शादी-ब्याह में बुलाना तक बंद कर दिया था.
सनी की मां कहती हैं- मुझे शुरुआत में बच्चों और सनी की खुशी को लेकर डर था. लेकिन उसने सबकुछ संभाल लिया. वहीं, स्पीटी की मां ने कहा- मैंने ऐसे रिलेशनशिप के बारे में पहले कभी नहीं सुना था. हालांकि, अगर बच्चे खुश हैं तो कोई बात नहीं.