scorecardresearch
 

'सिगरेट पीने वाले कौवा' की याद में शख्‍स ने किया ऐसा काम, बनाया...

Crow smoking cigarette: शख्‍स ने इस कौवा की याद में ट्विटर अकाउंट बनाया, वहीं उसके फोटो कलेक्‍शन को NFT (Non-Interchangeable Unit) आर्टवर्क में बदल दिया है, आखिर इस कौवा की कहानी क्‍या है ?

Advertisement
X
कौवा जो उड़ाता था सिगरेट के छल्‍ले (Credit: Pete Catt )
कौवा जो उड़ाता था सिगरेट के छल्‍ले (Credit: Pete Catt )
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कौवा की याद में बनाया ट्विटर अकाउंट
  • फोटो कलेक्‍शन को NFT आर्टवर्क में बदला

Crow smoking Cigarette: एक परिवार का कौवा दोस्‍त बन गया था, ऐसा दोस्‍त कि परिवार के एक शख्‍स के साथ मिलकर सिगरेट  पीता था, कुल मिलाकर कौवा सिगरेट पीने का आदी सा हो गया था.

हालांकि, ये कौवा इस परिवार के पास आता था, लेकिन पिछले अक्‍टूबर से वह नहीं आ रहा. पर अब इस कौवे के 6000 से ज्‍यादा फोटो का NFT आर्टकलेक्‍शन परिवार ने तैयार किया है, वहीं उसका ट्विटर पर भी अकाउंट बनाया है. 

'द सन' ने इस कौवे को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है. कौवा लगातार दो महीने तक 37 साल के पीट कैट के गार्डन में आया तो 
उन्‍होंने इस कौवे का परिवार ने नाम क्रेग रख दिया. बकौल पीट, कौवा सिगरेट उनके मुंह से निकाल लेता था. 

पीट ने बताया, ' क्रेग (कौवा) पहली बार तब नजर आया था, जब मैं गार्डन में खुदाई कर रहा था. इसके बाद से वह लगातार मुझे फॉलो करता था, मुझे बिल्‍कुल भी अकेला नहीं छोड़ता था.' 

 

'एक दिन मैं पी रहा था सिगरेट'
पीट ने बताया कि एक दिन वह सिगरेट पी रहे थे, मैंने उसे भी थोड़ी सी पीने को दी तो उसने सिर झुकाकर स्‍वीकृति दे डाली.' पीट ने बताया कि जब भी इसके बाद वह सिगरेट पीते तो वह भी साथ में सिगरेट पीता. कई बार तो सिगरेट पीने के लिए झपट्टा भी मार देता. हालांकि, पिछले साल अक्‍टूबर से पीट ने क्रेग(कौवा) को नहीं देखा है. उन्‍होंने कहा, ' मुझे भी नहीं मालूम आखिर ऐसा क्‍यों हुआ है.'

Advertisement

NFT आर्टवर्क बनाया 
पीट ने इस कौवे के साथ 6000 से ज्‍यादा फोटो क्लिक किए थे, इस कलेक्‍शन को उन्‍होंने NFT (Non-Interchangeable Unit) आर्टवर्क में बदल दिया है. वहीं उन्‍होंने इस कौवे के नाम का ट्विटर अकाउंट @IamCryptoCraig भी बनाया है. 

क्‍या है NFT? 
Non-fungible token (NFT) सबसे पहले 2014 में लोगों की नजर में आया. NFT एक अलग तरह का अपरिवर्तनीय डाटा है. जो असल दुनिया में भी होता है. इसमें लोग क्रिप्‍टोकरंसी का उपयोग कर ओरिजनल कॉपी डिजिटल आर्ट की खरीद बिक्री करते हैं. हरेक डिजिटल आर्ट का एक यूनिक कोड होता है. 

 

Advertisement
Advertisement