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शख्सियत का क्या है राज, शरीर के दोष दूर करने का उपाय

आईने में अपने आप को देखते ही होंगे आप, किसी की आंखें बोलती हैं तो किसी के होंठ, किसी की ऊंगलियां सुनाती है उसकी कहानी, तो किसी के बालों, नाक और कान से खुलता है उसकी शख्सियत का राज.

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आईने में अपने आप को देखते ही होंगे आप, किसी की आंखें बोलती हैं तो किसी के होंठ, किसी की ऊंगलियां सुनाती है उसकी कहानी, तो किसी के बालों, नाक और कान से खुलता है उसकी शख्सियत का राज.

कहते हैं शरीर के कुछ खास अंगों की बनावट से आप इंसान के व्यक्तित्व, उसके वर्तमान और भविष्य का अंदाजा लगा सकते हैं. ये अंग इंसान की खूबियां ही नहीं बताते बल्कि उसकी कमियों के बारे में भी चुगली कर देते हैं. बस जरूरत है तो जरा ध्यान से उन्हें देखने और पढ़ने की.

अगर आपने अंगों की ये भाषा पढ़ने में सफलता हासिल कर ली तो तो ये सवाल भी उठ खड़ा होगा कि अगर आपके शरीर के अंगों की बनावट कुछ ऐसी है जिसकी वजह से आपको नुकसान उठाना पड़ रहा है या भविष्य में नुकसान उठाना पड़ सकता है तो फिर क्या किया जाए.

तो इसी सवाल, इसी समस्या का समाधान पाने का दिन है अनंग त्रयोदशी. चैत्र शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को ये अनंग त्रयोदशी के नाम से जाना जाता है. इसे रति और कामदेव के मिलन की रात भी कहा जाता है. ज्योतिषियों का कहना है कि इस दिन खास प्रकार के दान और पूजा से आप अपने शरीर के दोषों को दूर कर सकते हैं.

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कहते हैं त्रयोदशी के दिन ही ब्रह्मा ने मनुष्य के शरीर का निर्माण करना शुरु किया जिसमें उनकी मदद सूर्य, गुरु और शुक्र ने की. इसी दिन ब्रह्मा ने विस्तार से समुद्र को समझाया कि मनुष्य के शरीर में अंगों की बनावट कैसे उसकी शख्सियत ही नहीं बल्कि उसके जीवन की दशा और दिशा भी निर्धारित कर सकती है. महादेव ने अंगों में गोपनीय भाषा समाहित की जो ये बताते हैं कि खास प्रकार के अंग की बनावट से मनुष्य के स्वभाव और भविष्य का पता लगाया जा सकता है.

कहते हैं ब्रह्मा और महेश ने ये भी कहा था कि जो कोई अपने शरीर के अंगों दोषों को दूर करना चाहता है उसके लिए अनंग त्रयोदशी का दिन सर्वश्रेष्ठ है. इस दिन ब्रह्मा, विष्णु और महेश की पूजा और दान से जातक अपनी कमियों को दूर कर सफलता औऱ खुशियों की राह पर बढ़ा सकते हैं अपने कदम.

आईये अब जानते हैं कि मनुष्य के शरीर के विभिन्न अंगों की बनावट से शरीर पर क्या असर पड़ता है.

सिर के बाल
काले बाल वाले जातक जिंदादिल होते हैं. हर रोग को सहन करने की क्षमता होती है.
सुनहरे बाल वाले जातकों में जीवनी शक्ति का अभाव होता है. ये जल्दी बीमार पड़ते हैं.
17 बेलपत्र पर ऊं नमः शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं.

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मस्तक
बड़े, चौड़े, ऊंचे मस्तक वाले भाग्यशाली, दीर्घायु होते हैं.
जिनका माथा चमकता हो और पांच रेखाएं पड़ती हो वो दीर्घायु होते हैं.
जिनके माथे पर नस दिखती हो वो कम किस्मत वाले होते हैं.
छोटे माथे वाले विष्णु का पंचामृत से अभिषेक करें.
आज से पूजा शुरू कर 17 दिन तक अभिषेक करें.
पुरुष सूक्त, श्री सूक्त का पाठ करते हुए अभिषेक करें.

भवें
बाल पर चंद्रमा की तरह झुकीं हुई भवें वंश बढ़ाती हैं.
मिली हुई भवें शुभ नहीं होती है, ऐसे जातक झूठ बोलते हैं.
संतान का सुख मिलने में परेशानी होता है.
ऐसे जातक ब्रह्मा, विष्णु महेश, के सामने घी क दीया जलाएं.
17 दिन तक 5 पकार के ऋतु फल अर्पित करें.

कान
बड़े कान वाले बुद्धिमान दीर्घायु होते हैं.
ऐसे जातकों का जीवन सुख से बीतता है.
जिसके कान पर बाल होते हैं, वो बहुत लंबी उम्र जीते हैं.
जिनके कान छोटे हों, नसे दिखती हैं, उन्हें जीवनभर अपमान सहना पड़ता है.
मन के विपरीत स्थान पर काम करना पड़ता है.
शिवलिंग का शनिवार की रात दूध से अभिषेक करें.
पांच शनिवार तक अभिषेक, पूजा करें.

नाक
लंबी नाक वाले जातकों को गुस्सा अधिक आता है.
घुमावदार नाक वाले दूसरों के काम में टांग अड़ाते हैं.
मोटी नाक वाले हंसमुख होते हैं.
बहुत पतली नाक वालों की किसी से नहीं बनती.
छोटी नाक वाले जातक जीवन में बहुत तरक्की करते हैं.
नाक के दोष दूर करने के लिए विष्णु का शहद और दही से अभिषेक करें.
पुरुष सूक्त का साथ 17 दिन तक अभिषेक करें.

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आंख
बड़ी, गहरी, काली आंखों वाले जातक धनी, कलात्मक होते हैं.
लाल आंखों वाले संपत्ति के मालिक होते हैं.
सफेद आंखों वाले शास्त्रों के ज्ञाता होते हैं.
भूरी आखों वालों विश्वास के काबिल कम होते हैं.
शहद जैसी आंखों वालों का स्वभाव अच्छा होता है, जीवनसाथी को प्यार करते हैं.
नीली आंखों वाले जातक शर्मीले होते हैं.
पीली आखों वाले जातक अल्पायु होते हैं.
एक दाना जौ, एक बेलपत्र, एक रूद्राक्ष शिवलिंग पर अर्पित करें.
ऊं नमः शिवाय का जाप करेत हुए अर्पित करें.

होंठ
पतले होंठ वाले संवेदनशील होते हैं.
मोटे होंठ वाले में शक्ति ज्यादा होती है.
गुलाबी होंठ वाले जातक धनवान होते हैं.
कटे फटे होंठ वाले जातक रूखे स्वभाव वाले होते हैं.
काले या गहरे रंग के होंठ वाले जातक व्यसनों के आदि होते हैं.
ऐसे जातकों में सभी को परेशान करने की आदत होती है.
ब्रह्मा, विष्णु, महेश की शनिवार को पूजा करें.
ब्रह्मा पर दूर्वा, शिव पर बेलपत्र, विष्णु पर अशोक के पत्ते चढ़ाएं.
17 दिन तक इसी प्रकार पूजा करें.

ठोड़ी
गोल ठोड़ी वाले जातक कुटिल होते हैं.
लंबे ठोड़ी वाले जातक अपना काम करवाने में माहिर होते हैं.
चपटी ठोड़ी वाले हर काम जल्दबाजी में करते हैं, काम बिगाड़ देते हैं.
विष्णु के साथ महादेव की शाम को पूजा करें.
आज रात शिव पुराण के कार्तिकेय के जन्म वाले अध्याय का पाठ करें.

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दांत
जिनके दांतों में छेद होता है वो धनवान, बुद्धिमान होता है.
32 दांतो वाले जातक राजा होते हैं.
31 दांतों वाले जातक भोगी, 30 दांत वाले जातक सामान्य जीवन जीते हैं.
बाहर निकले हुए दांतों वाले जातक दूसरों का भला करते हैं.
टेढ़े, मेढ़े दांतों वाले जातक को बहुत मेहनत के बाद सफलता मिलती है.
भगवान विष्णु की रोज उपासना करें.
रात में विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें.
दुर्गा सप्तशती के कीलक स्तोत्र का पाठ करें.

गाल
रक्तवर्णी गाल वाले जातक जिंदादिल होते हैं.
जिनके गालों में गढ्ढे पड़ते हैं वो जातक भाग्यशाली होते हैं, जीवनसाथी से तनाव रहता है.
बहुत बाहर निकले हुए गाल अशुभ मान जाते हैं.
ऐसे गालों वाल जातक बहुत बातुनी, गरीब और नकलची होते हैं.
गाल सामान्य हों तो शुभ होंते हैं.
आज रात मक्खन मिश्री, नारियल,विष्णु को अर्पित करें.
तीन शनिवार रात को सर्वऔषधी से स्नान करें.

आवाज
भारी आवाज वाले जातक समाज पर प्रभाव डालने वाले होते हैं.
पतली आवाज वाले जातक डरपोक होते हैं.
जिनकी आवाज में खनक होती है, वो धनवान और बुद्धिमान होते हैं.
जो जातक हकलात हैं वो बुद्धिमान होते हैं लेकिन अपनी बात ठीक से नहीं कह पाते हैं.
जिनकी आवाज फटी बांस की तरह होती है वो गरीब, बात छिपाने वाले होते हैं.
विष्णु सहस्त्र नाम का आज रात पाठ करें.
शंख में जल भरकर महादेव का अभिषेक करें.
बचे हुए जल को पी लें.
17 दिन तक इसी विधि विधान से पूजा करें.

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कंधे
चौड़े कंधे वाले जातक साहसी, चतुर होते हैं.
झुके हुए कंधों वाले हर काम में देरी, गुस्सा करते हैं.
उठे हुए कंधें वाले जातक को अक्सर माता पिता का सुख नहीं मिलता है.
ऊं नम शिवाय का जाप करें.
आज रात 7 लौंग, 7 इलायची, कमलगट्टा, जौ ब्रह्मा को अर्पित करें.
सिंदूर 17 दिनों तक दोनों कंधों, माथे पर लगाएं.

हाथ
लंबे हाथ वाले जातक वीर, समझदार होते हैं.
छोटे हाथ वाल जातक आलसी, काम को टालने वाले होते हैं.
मांसल हाथों वाले विलासी होते हैं.
जिनके हाथों में नसें दिखती हैं वो चतुर होते हैं.
आज की रात भगवान विष्णु की आराधना करें.
पीपल, गूलर, आम, बरगद, के पत्ते भगवान को अर्पित करें.

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