अमेरिका में एक महिला थी, जिसके मरने के बाद उसके घर में एक बड़ा सा कब्रिस्तान मिला. इसमें दो दर्जन से भी ज्यादा लोगों के अवशेष गड़े हुए थे. कहा जाता है, सभी लोगों का कत्ल उस महिला ने किया था. उस वक्त यह एक बड़ी घटना थी और काफी सालों तक इस महिला की कहानी चर्चा में रही, जिसे 'बुचर ऑफ मेन' कहा जाता था.
इसके बारे में मशहूर हो गया था कि वह पुरुषों को फंसाकर उनका कत्ल कर देती थी. बेले गनेस नाम की एक महिला 1881 में नॉर्वे से संयुक्त राज्य अमेरिका के शिकागो में आकर बस गई. शिकागो में उसने एक नॉर्वियन प्रवासी से शादी कर ली. बेले गनेस और उसके पति के चार बच्चे थे. वे एक कैंडी स्टोर चलाते थे. इनके दो बच्चों की कम उम्र में ही मृत्यु हो गई.
पहले पति की जलकर हुई थी मौत
हिस्ट्री.कॉम के मुताबिक, 1900 में गनेस का स्टोर रहस्यमय तरीके से जलकर खाक हो गया और गनेस के पति की उसमें मृत्यु हो गई.गनेस के दो बच्चों की मौत और पति की मौत, दोनों ही घटनाएं संदिग्ध परिस्थितियों में हुईं, फिर भी गनेस को कई बीमा पॉलिसियों का भुगतान मिला.
दो पतियों की मौत के बाद लोगों को होने लगा था शक
इन इंश्योरेंस के पैसों से गनेस ने इंडियाना के ला पोर्टे में एक फार्म खरीद लिया. इसके बाद उसने जल्दी ही दोबारा शादी कर ली. दूसरी शादी के सिर्फ आठ महीने बाद ही उसके दूसरे पति की मौत हो गई. गनेस ने दावा किया कि उसे उबलते पानी से जानलेवा जलन हुई थी और उसके सिर पर एक कुछ दिनों पहले भारी मीट ग्राइंडर से वार किया गया था.
गनेस के दूसरे पति की मौत की भी जांच-पड़ताल हुई, लेकिन किसी भी तरह की गड़बड़ी के कोई सबूत नहीं मिले. इस कारण उसे एक और भारी बीमा राशि का फायदा हुआ. इसके बाद गनेस ने तीसरे पति के लिए अखबारों में विज्ञापन देना शुरू कर दिया. दो-दो पतियों की मौत के बाद कुछ लोगों को गनेस पर शक होने लगा था.
फार्म जाने वाले कई लोग हो चुके थे गायब
बताया जाता है कि इसके बाद गनेस का दूल्हा बनने के लिए कई संभावित कैंडिडेट्स उसके इंडियाना स्थित फार्म पर आए. इनमें से अधिकांश लोग हमेशा के लिए गायब हो गए. केवल एक आदमी ही जिंदा बच पाया था. उस शख्स ने दावा किया था कि है कि जब उसकी नींद खुली तो उसने देखा कि एक भयावह दिखने वाली महिला उसके ऊपर खड़ी है. वह गनेस थी.
दो दर्जन से ज्यादा हत्या कर चुकी थी गनेस
कोई भी निश्चित रूप से नहीं जानता कि गनेस ने कितने लोगों की हत्या की. कुछ अधिकारी मानते हैं कि यह संख्या 15 या उससे भी ज्यादा हो सकती है. वहीं कुछ जांचकर्ताओं का मानना है कि सिर्फ एक जगह 15 से ज्यादा अलग-अलग लोगों के शवों के अवशेष मिले, उससे पहले से भी गनेस हत्याओं को अंजाम देते आई थी.
गनेस की इस भयावह कहानी के अंत के साथ ही उसका खुलासा भी हुआ. फरवरी 1908 में, आग से उसका फार्म तबाह हो गया. मलबे में गनेस के बचे हुए बच्चों के शव और एक महिला की कटी हुई लाश मिली. अधिकारियों ने कहा कि ये अवशेष गनेस के थे, लेकिन जल्द ही अफवाह फैल गया कि यह शव लंबी, भारी-भरकम गनेस से बहुत छोटा था.
फार्म में मिला एक बड़ा सा कब्रिस्तान
आग लगने की घटना के बाद जब उसके मध्य-पश्चिमी इंडियाना फर्म की जांच की गई तो वहां एक ही कब्रिस्तान मिला. इसमें एक ही कब्र में अलग-अलग शरीरों के अंग और अलग-अलग पीड़ितों के अवशेष मिले. व्यावहारिक रूप से जांचकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि शायद दो दर्जन अलग-अलग लोगों के शरीर के अवशेष थे.
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आग लगने के बाद उसका सिर कभी नहीं मिला. रे लैम्पेयर, एक पूर्व खेतिहर मज़दूर, जिसे गनेस ने कुछ साल पहले नौकरी से निकाल दिया था और बाद में दावा किया था कि वह उसकी जान को ख़तरा है. उस शख्स को गिरफ़्तार कर लिया गया और उन पर अपराधों के लिए मुकदमा चलाया गया, लेकिन उन्हें केवल आगजनी का दोषी ठहराया गया.
अपने शिकार को मारकर घर में बने कब्रिस्तान में गाड़ देती थी
जांच अधिकारियों ने निष्कर्ष निकाला कि गनेस एक सीरियल किलर थी. क्योंकि सालों से आसपास के इलाकों से गायब हुए कई लोगों का गनेस के फर्म से कनेक्शन सामने आया. कुछ वहां अंतिम बार देखे गए, तो कुछ के अवशेष गनेस के फार्म स्थित कब्रिस्तान से मिले.