ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने एक ऐसा रोबोट विकसित किया है जिसे इंसानों की तरह मलमूत्र त्यागने की जरूरत पड़ती है और यह इंसानों की तरह ही शौचालय का प्रयोग करता है.
एंड्रायड तकनीक के क्षेत्र में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए वैज्ञानिकों ने जिस रोबोट को बनाया है वह न केवल बोल सकता है, चल सकता है और इंसानों की तरह बात कर सकता है बल्कि टायलेट भी जाता है.
ब्रिटिश शोधकर्ताओं की एक टीम ने यह रोबोट विकसित किया है जो ईंधन के रूप में जैविक सामग्री का इस्तेमाल करता है और फिर कचरे के रूप में मल निकालता है.
शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि यह नयी पीढ़ी का ‘इको रोबोट’ है जिसे अपने लिए अलग से शौचालयों की जरूरत पड़ेगी या वह इंसानों के लिए उपलब्ध शौचालयों का ही इस्तेमाल करेगा.
अभी तक इस प्रकार की बातें केवल विज्ञान गल्प लगती थीं. ब्रिस्टोल रोबोटिक्स लैबोरेट्री (बीआरएल) की टीम ने यह रोबोट बनाया है.