डेविड फेरर के बाद नोवाक ड्यूकोविच ने भी बड़ा उलटफेर करते हुए पिछले चैंपियन रोजर फेडरर को सीधे सेटों में मात देकर ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष एकल फाइनल में जगह बनायी.
तीसरे वरीय सर्बियाई ड्यूकोविच ने दूसरे वरीय फेडरर को तीन घंटे तक चले मुकाबले में 7-6, 7-5, 6-4 से हराया. यह आस्ट्रेलियाई ओपन में दूसरा मौका है, जबकि ड्यूकोविच ने फेडरर को हराया. इससे पहले उन्होंने 2008 सेमीफाइनल में भी स्विट्जरलैंड के इस स्टार खिलाड़ी को पराजित किया था. तब वह अपना एकमात्र ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने में सफल रहे थे.
ड्यूकोविच अब ब्रिटेन के पांचवें वरीय एंडी मर्रे और स्पेन के सातवें वरीय डेविड फेरर के बीच कल होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेंगे.
यह 2008 के आस्ट्रेलियाई ओपन के बाद पहला ग्रैंडस्लैम फाइनल होगा, जिसमें राफेल नडाल या फेडरर में से कोई नहीं खेलेगा. दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नडाल को उनके हमवतन स्पेनिश फेरर ने हराया था. उनकी फिटनेस अच्छी नहीं है और अब फेडरर की हार से लगता है कि पुरुष टेनिस में सत्ता संतुलन बदल रहा है.{mospagebreak}
ड्यूकोविच ने कहा, ‘‘वह आप पर बहुत अधिक दबाव बनाता है और इसलिए मैंने आखिरी क्षण तक कोई ढिलायी नहीं बरती. वास्तव में मैंने जितने भी मैच खेले उनमें यह सर्वश्रेष्ठ मैचों में एक था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मौकों का फायदा उठाया. दूसरे सेट में मेरी सर्विस टूट गयी थी और मैं 2-5 से पीछे थे. यदि मैं वह सेट गंवा देता तो मैच का परिणाम कुछ भी हो सकता था.
चार बार के चैंपियन फेडरर ने मैच के बाद कहा, ‘‘मुझे यह स्वीकार करना होगा कि नोवाक ने आज बेहतर खेल दिखाया. मुझे विश्वास था कि मैं यहां पांचवीं बार जीतने में सफल रहूंगा, लेकिन आज मेरा दिन नहीं था.’’
ड्यूकोविच ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया उन्होंने पहले सेट के टाईब्रेकर में जीत दर्ज करने के बाद दूसरे सेट में दो बार सर्विस गंवाने के बावजूद वापसी की. तीसरे सेट में उन्होंने एक बार फेडरर की सर्विस तोड़ी.