आज के कैलेंडर पर अगर गौर करेंगे तो एक खास तारीख नजर आएगी. आज है 11.11.11 और इस ऐतिहासिक तारीख का देश पर चढ़ चुका है खुमार. तारीख 11, महीना 11 और साल के आखिरी दो अंक भी 11. सौ साल में अंकों के आने वाले इस बेजोड़ जोड़ का क्रेज पूरे देश के सिर चढ़कर बोल रहा है.
दिल्ली के नांगलोई में रहने वाली रेशमा के परिवार के लिए कुदरत ने एक दिन पहले ही किलकारी गूंजने की तारीख तय की थी. लेकिन परिवार पर 11 का क्रेज ऐसा चढ़ा कि इन्होंने तारीख एक दिन आगे बढ़ा दी. राजधानी में सिकंदर जैसे कई परिवार हैं जिन्होंने 11 तारीख को इसी अंदाज में खास बनाने की तैयारी की है. इस सदी के खास 11 नवंबर को जोड़ों ने भी खास बनाने की तैयारी कर रखी है.
देश की राजधानी दिल्ली में शादी के लिए लोगों ने दो महीने पहले से करा रखी है बुकिंग ताकि शहनाई गूंजे, पंडाल में बारात पहुंचे और बैंड-बाजा बजे तो वो भी ग्यारह नवंबर को. मुंबई के एक अस्पताल में 11 नवंबर को मां बनने वाली हैं कई महिलाएं हैं और इन्हें खुशी है कि आने वाला बच्चा एक यादगार तोहफे के साथ धरती पर आएगा.
डॉक्टरों के मुताबिक इस खास तारीख पर मां बनने में कुछ खास नहीं है. लेकिन जो महिलाएं एक-दो दिन आगे पीछे मां बनने वाली हैं, उनकी ओर से खास रिक्वेस्ट आई तो ऐतिहासिक तारीख पर डिलीवरी में हर्ज भी नहीं है. एक वक्त था जब लोग खास तारीख को चमचमाती कार घर लाया करते थे लेकिन 11 नवंबर को होड़ लगी है मां बनने की. पटना के एक अस्पताल में चहल पहल है 11 नवंबर की.
ग्यारह-ग्यारह-ग्यारह को यहां भी जन्म लेने वाले हैं कई बच्चे. लोगों के इस क्रेज की कीमत अस्पताल के कर्मचारियों को अपनी छुट्टी कैंसल करके चुकानी पड़ी है. नर्स, वार्ड ब्वाय से लेकर डॉक्टरों तक ने खास तारीख की खास तैयारी कर रखी है.
पूरे देश में चढ़े इस क्रेज के बीच अच्छी खासी तादाद उन लोगों की भी है जिन्हें ग्यारह-ग्यारह-ग्यारह से फर्क नहीं पड़ता. भोपाल में भी लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने ऐतिहासिक तारीख से ज्यादा शुभ दिन को तरजीह दी और गुरु पूर्णिमा के दिन ही डिलिवरी कराई. ग्यारह नवंबर में ऐसा कुछ भी खास नहीं है लेकिन अगर खास तारीख का अहसास करने का मौका मिले तो लोग भला क्यों चूकें?