कांग्रेस ने केन्द्रीय मंत्री वीरभद्र सिंह के इस्तीफे के मामले में उच्च नैतिक आधार पेश करने का प्रयास करते हुए इस बात पर जोर दिया कि भ्रष्टाचार के मामले में अभी तक उनके खिलाफ दोष सिद्ध नहीं हुआ है.
कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा, ‘वीरभद्र सिंह ने नैतिक जिम्मेदारी ली है और इस्तीफा दिया है. एक आरोप पत्र दाखिल हुआ है लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि वह दोषी हैं. दोष सिद्ध नहीं हुआ है.’
जनार्दन द्विवेदी ने कहा, ‘हम आशा करते हैं कि वे बेदाग निकलेंगे और आरोपों से मुक्त होंगे और हिमाचल प्रदेश में अपने विरोधियों का सफलतापूर्वक मुकाबला करेंगे.’
हिमाचल प्रदेश में कुछ ही महीनों बाद विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं.
उन्होंने कहा कि मामला अदालत में है और कानूनी लड़ाई जारी रहेगी. सिंह ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया है पार्टी से नहीं.