केंद्रीय सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. शिमला की एक अदालत द्वारा वीरभद्र व उनकी पत्नी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप तय किए जाने के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आधिकारिक आवास पर उनसे मुलाकात करने के बाद वीरभद्र ने कहा, 'मैंने प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा दे दिया है.'
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने वीरभद्र का इस्तीफा मंजूर कर लिया है.
वीरभद्र ने कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी की स्थिति मजबूत करने के लिए अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश लौट जाएंगे.
उन्होंने कहा, 'मैं जमीनी स्तर पर और अदालतों में, दोनों जगह लड़ाई लड़ूंगा.'
शिमला की एक अदालत ने 23 साल पुराने एक मामले के संबंध में वीरभद्र व उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप तय किए हैं.
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर उनसे बदला लेने का आरोप लगाया है. वीरभद्र ने कहा, 'इस सरकार ने पूर्व में भी मेरे खिलाफ मामले दर्ज करने की कोशिश की थी. पूर्व में भी मैं साफ बाहर आ गया था. इस बार भी मैं बेदाग बाहर आ जाऊंगा.'
वर्ष 1989 की एक सीडी के आधार पर वीरभद्र के खिलाई मामला दर्ज किया गया है. उस समय वह मुख्यमंत्री थे. सीडी में कथित तौर पर वीरभद्र व उनकी पत्नी को दिखाया गया, उनकी पत्नी को हिमाचल प्रदेश में निवेश की इजाजत देने के एवज में घूस मांगते दिखाया गया है.