पिज्जा-बर्गर के इस दौर में भी जब आप मां के हाथ के बने दाल-परांठे खट्टी चटनी के साथ खाते हैं, तो दुनिया ज्यादा हसीन महसूस होती है. हमारे घरेलू-पारंपरिक पकवानों का आज भी कोई विकल्प नहीं है. यह बात एक बार फिर साबित हुई है. फेसबुक पर 100 साल से ज्यादा पुराने बंगाली पकवान 'पुरबोबंग' को सिर्फ पांच दिनों में 20 हजार से ज्यादा लाइक मिले हैं. यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
एक वेबसाइट ने अपने फेसबुक पेज पर सौ साल से ज्यादा पुराने बंगाली पकवानों की तस्वीरें अपलोड की हैं. ये तब के पकवान हैं, जब बंगाल का बंटवारा नहीं हुआ था. साइट के प्रवक्ता ने बताया कि पश्चिम बंगाल की 'चिंगरी माछेर मलाईकेरी' को सबसे ज्यादा लाइक मिले हैं। उनके मुताबिक, 'यह शानदार बात है कि पूर्वी बंगाल के कलमी साग, भाजी मसाला और काटला माछेर रोस्ट की तस्वीरों को आधुनिक नेट पीढ़ी ने ज्यादा पसंद किया है.'
6 बैलीगंज प्लेस के हेड शेफ सुशांत सेनगुप्ता ने बताया कि फेसबुक पर अब 'आमपोरार शोरबत' और 'गांधोराज घोल' के बारे में विस्तार से जानकारी अपलोड की जाएगी. सेनगुप्ता ने बताया कि उनके फेसबुक ग्रुप को इतने कम समय में 40000 से ज्यादा लोगों ने देखा है.'