सेंट्रल जेल के जेलर प्रभात कुमार ने बताया कि यह कैदी 2018 से
डबल आजीवन और डकैती की सजा काट रहा था. उसने सुबह अपनी बैरक के बाहर मंदिर में पूजा-अर्चना करके जयकारा लगाया और चम्मच से शरीर का अंग काट दिया. उसका इलाज कराया जा रहा है. यह आकस्मिक घटना है. जेल में कैमरे भी लगे हैं.