इस आत्म लिंग के संबंध में शिवजी ने रावण से कहा था कि इस आत्म लिंग को
लंका ले जाकर स्थापित करना, लेकिन एक बात का ध्यान रखना कि इसे जिस जगह पर
रख दिया जाएगा, यह वहीं स्थापित हो जाएगा. अत: यदि तुम अमर होना चाहते हो
तो इस लिंग को लंका ले जा कर ही स्थापित करना.