भारत की संस्कृति, रंग और रचनात्मकता का अद्भुत संगम चीन के युन्नान प्रांत में देखने को मिला, जब भोपाल के प्रतिष्ठित ट्विंस क्लब भोपाल ने 19वें इंटरनेशनल ट्विंस फेस्टिवल-2025,चीन में हिस्सा लेकर भारत का नाम रोशन किया.
30 अप्रैल से 4 मई तक चले इस वैश्विक आयोजन में क्लब के 10 जुड़वां प्रतिभागियों ने अपने अनूठे प्रदर्शन से न सिर्फ सभी का ध्यान खींचा, बल्कि भारतीय संस्कृति की छाप भी पूरे फेस्टिवल में छोड़ दी.
इस ऐतिहासिक आयोजन में भारत की ओर से शामिल हुए प्रतिभागी थे- अभिषेक-अनुज खरे, ओनी-ओनस मल्होत्रा,
ऋद्धि-सिद्धि सातपुते, मंजरी-मयूरी अरोरा, नित्य-निश्चय खडोदे. इन सभी ने भारतीय परंपराओं, वेशभूषा, नृत्य और संवाद के जरिए विश्व समुदाय के समक्ष भारतीयता की गौरवगाथा पेश की. इस वर्ष के फेस्टिवल की थीम 'Twins Become the Bridges Across Cultures' पर आधारित थी.
कार्यक्रम में अमेरिका, इंग्लैंड, मलेशिया, नाइजीरिया, घाना, युगांडा, नेपाल, श्रीलंका सहित 20 देशों के 200 से अधिक विदेशी जुड़वां प्रतिभागी और चीन के 500 ट्विंस शामिल हुए.
ग्रैंड ट्विन्स परेड में भारतीय जुड़वां प्रतिभागियों ने पारंपरिक परिधान पहनकर सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया –
अभिषेक-अनुज ने भारत के विभिन्न राज्यों की पारंपरिक वेशभूषाएं प्रदर्शित कीं. ऋद्धि-सिद्धि ने नौवारी साड़ी और पगड़ी पहन मराठी संस्कृति को सजीव किया. मंजरी-मयूरी ने राजस्थानी घूमर वेशभूषा में आकर्षण का केंद्र रहीं.
इंटरनेशनल ट्विन्स डांस कॉम्पिटिशन में भारतीय प्रतिभागियों ने अवॉर्ड्स पर कब्जा जमाया. मंजरी-मयूरी को 'बेस्ट क्लासिकल परफॉर्मेंस' का खिताब मिला .ऋद्धि-सिद्धि ने 'मोस्ट एनर्जेटिक डांस' का पुरस्कार जीता.
ट्विंस क्लब, भोपाल के अध्यक्ष अभिषेक खरे ने बताया कि क्लब जल्द ही भोपाल में एक भव्य ट्विंस फेस्टिवल आयोजित करने की योजना बना रहा है, जिसमें देशभर के जुड़वां बच्चों को आमंत्रित किया जाएगा.
ट्विंस क्लब भोपाल, जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (2003) में स्थान मिला है, वर्ष 2014 से इस अंतरराष्ट्रीय फेस्टिवल में भारत का प्रतिनिधित्व करता आ रहा है. यह देश का सबसे बड़ा, सबसे पुराना और सक्रिय ट्विंस क्लब है.
अभिषेक और अनुज ने कहा कि वे वर्षों से इस फेस्टिवल में हिस्सा ले रहे हैं जिससे भारत और विश्व के जुड़वां समुदायों के बीच मजबूत सांस्कृतिक रिश्ता बना है.ओनी और ओनस ने बताया कि उन्होंने रशियन ट्विंस समेत अन्य देशों के प्रतिभागियों से भारतीय संस्कृति पर सार्थक संवाद किया.
नित्य और निश्चय ने बताया कि उन्होंने पहली बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर जाकर भारत की बात रखी और यह उनके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा.मंजरी और मयूरी ने कहा कि महीनों की मेहनत आखिरकार रंग लाई और दुनिया भर के जुड़वां प्रतिभागियों से मिलकर ऐसा लगा जैसे वे एक विशाल परिवार से जुड़ गई हों.
इस आयोजन में भाग लेने वाले भारतीय ट्विंस ने न केवल अपनी कला और संवाद कौशल से दुनिया का दिल जीता, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और गरिमा को वैश्विक मंच पर स्थापित कर दिया.