राजस्थान प्रशासनिक सेवा के परीक्षा परिणाम ने कई घरों में खुशियों का तोहफा दिया, तो वहीं एक अभ्यर्थी की बसी बसाई दुनिया ही उजाड़ दी. प्री के बाद मेंस क्लियर न कर पाने पर इस महिला अभ्यर्थी को उसके ससुरालीजनों ने घर से बाहर निकाल दिया. अब पीड़िता ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है. (रिपोर्ट-नैना शेखावत)
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ के वार्ड नंबर-दो की रहने वाली ऊषा ने बुगाला निवासी पति विकास, ससुर नानड़राम, सास बिमला और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. ऊषा ने बताया कि ससुरालवालों को एसडीएम बहू चाहिये थे, इसलिए जब उसने प्री पास कर लिया, तो शादी की. लेकिन जब वह मेंस नहीं निकाल पाई, तो दहेज की मांग करने लगे. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
ऊषा की शादी 2016 में हुई थी. पति विकास पॉलिटेक्निक कॉलेज में लेक्चरर हैं. ससुरालीजनों ने ये शादी इसलिए की, क्योंकि उसने बताया कि 2013 में आरएएस का प्री एग्जाम पास कर लिया था. उन्हें उम्मीद थी, कि वह मेंस भी क्लियर कर लेगी, लेकिन जब रिजल्ट आया और उसका सलेक्शन नहीं हुआ, तो ससुरालीजनों ने उस पर गुस्सां उतारना शुरू कर दिया. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
आए दिन ससुरालीजनों द्वारा उसे ताने दिए जाने लगे. इसके बाद भी जब वह शांत रही, तो सुसरालवालों ने दहेज की मांग को लेकर उत्पीड़न शुरू कर दिया. मायका पक्ष के लोगों को खूब बुरा भला कहा, लेकिन उसने इन बातों की परवाह नहीं की और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगी रही. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)
इस बीच हद तब हो गई, जब पति विकास आए दिन शराब पीकर घर आता और उसके साथ मारपीट करता. इन सबके बाद भी जब वह कुछ नहीं बोली, तो ससुरालीजनों ने उसे घर से ही बाहर निकाल दिया. इसके बाद पीड़िता थाना सूरजगढ़ पहुंची और पुलिस को आपबीती बताई. (प्रतीकात्मक फोटो/Getty images)