परिजनों के मुताबिक, उनकी बेटी के एक ऑस्ट्रेलियाई साथी ने बीजिंग में भारतीय दूतावास में कागजात बनवाने में मदद की. वायरस के खतरे के चलते यह छात्रा दूतावास तक वाहन से गई और इस दौरान 45 मिनट खुले आसमान में रही. जरूरी दस्तावेज पूरे होने के बाद छात्रा फ्लाइट से 7 दिन पहले दिल्ली पहुंची. वहां प्रारंभिक जांच में उसके कोरोना वायरस से ग्रस्त नहीं होने की पुष्टि हुई. (Demo Photo)