Yogini Ekadashi 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 21 जून को सुबह 7 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगी और 22 जून को सुबह 4 बजकर 27 मिनट तक रहेगी. ऐसे में यह व्रत 21 जून, यानी आज रखा जाएगा.
Yogini Ekadashi 2025: योगिनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है. जो व्यक्ति योगिनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करता है, उसे पाप से मुक्ति मिलती है. माना जाता है कि योगिनी एकादशी व्रत करने वाले लोगों को मृत्यु के बाद भगवान विष्णु के चरणों में जगह प्राप्त होती है.
Yogini Ekadashi 2024: योगिनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है. जो व्यक्ति योगिनी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करता है, उसे पाप से मुक्ति मिलती है.
Yogini Ekadashi 2024: आषाढ़ माह की पहली एकादशी योगिनी एकादशी का व्रत 2 जुलाई यानी आज मंगलवार को रखा जाएगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, योगिनी एकादशी का व्रत आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. योगिनी एकादशी पाप के प्रायश्चित के लिए विशेष मानी जाती है.
Yogini Ekadashi 2023 Kab hai: आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है. योगिनी एकादशी का व्रत इस बार 14 जून, बुधवार को रखा जाएगा. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है. कहा जाता है कि अगर इस दिन उपवास रखा जाए और साधना की जाए तो हर तरह के पापों का नाश होता है.
Yogini Ekadashi 2023: योगिनी एकादशी का व्रत इस बार 14 जून, बुधवार यानी आज रखा जा रहा है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है. कहा जाता है कि अगर इस दिन उपवास रखा जाए और साधना की जाए तो हर तरह के पापों का नाश होता है. आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है.
Yogini Ekadashi 2023: योगिनी एकादशी के दिन श्री हरि, भगवान शिव के ध्यान, भजन और कीर्तन से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है. योगिनी एकादशी के दिन उपवास रखने और साधना करने से समस्याओं का अंत हो जाता है.