वीएस अच्युतानंदन (VS Achuthanandan) भारतीय राजनीति के एक ऐसे प्रतिष्ठित नाम हैं. वे केरल के पूर्व मुख्मंत्री है. 23 जून 2025 को उन्हें तिरुवनंतपुरम के एसयूटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें दिल का दौड़ा पड़ा था. खबर के अनुसार उनकी स्थिति में थोड़ा सुधार हैं.
वीएस अच्युतानंदन जीवनभर वामपंथी मूल्यों और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष किया. उनका जन्म 20 अक्टूबर 1923 को केरल के आलप्पुझा जिले के अलेप्पी में एक साधारण परिवार में हुआ था. जीवन की कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने स्वाध्याय और संघर्ष के बल पर न केवल खुद को शिक्षित किया, बल्कि पूरे केरल के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य को भी बदलने में अहम भूमिका निभाई.
वीएस अच्युतानंदन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPI(M)) के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं. वे केरल की राजनीति में एक मजबूत विपक्षी नेता, जुझारू कार्यकर्ता और बाद में एक लोकप्रिय मुख्यमंत्री के रूप में उभरे. उन्होंने 2006 से 2011 तक केरल के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. उनके कार्यकाल को पारदर्शिता, भ्रष्टाचार विरोध और सामाजिक न्याय के लिए जाना जाता है.
उनकी प्रमुख उपलब्धियों में मुन्नार में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान, सूचना का अधिकार (RTI) को बढ़ावा देना और पर्यावरण संरक्षण के कदम शामिल हैं. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और किसान हितों को केंद्र में रखकर कई नीतियां लागू कीं.
अच्युतानंदन को बचपन में ही माता-पिता का साया खोना पड़ा था. उन्होंने एक दर्जी के रूप में काम किया, और मजदूर आंदोलनों से जुड़ते हुए धीरे-धीरे ट्रेड यूनियन के नेता बने. उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने विचारों से समझौता नहीं किया.
केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता वी. एस. अच्युतानंदन का तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल में 101 वर्ष के उम्र में निधन हो गया. अच्युतानंदन 2006 से 2011 तक केरल के मुख्यमंत्री रहे थे और राज्य की राजनीति में दशकों तक एक मजबूत और प्रभावशाली हस्ती के रूप में जाने जाते थे.
Kerala के Former CM और दिग्गज Communist leader VS Achuthanandan का निधन, 101 साल की उम्र में ली अंतिम सांस