वीजा इंक.
वीजा इंक. (Visa Inc.), जो वीजा (Visa) नाम से जाना जाता है, एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय वित्तीय सेवा निगम है (American Multinational Financial Services Corporation) जिसका मुख्यालय फोस्टर सिटी, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका में है (Visa Headquarters). यह दुनिया भर में वीजा-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और प्रीपेड कार्ड के माध्यम इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करता है (Visa Facilitates Electronic Funds Transfers). वीजा दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक है (Visa one of the World's Most Valuable Companies).
वीजा न तो कार्ड जारी नहीं करता है, न ही क्रेडिट देता है और न तो उपभोक्ताओं के लिए दरें और शुल्क निर्धारित करता है. वीजा वित्तीय संस्थानों को वीजा-ब्रांडेड पेमेंट प्रोडक्ट्स प्रदान करता है (Visa-branded Payment Products) जिसका उपयोग वे अपने ग्राहकों को क्रेडिट, डेबिट, प्रीपेड और कैश एक्सेस प्रोग्राम प्रदान करने के लिए करते हैं. 2015 में, निल्सन रिपोर्ट के मुताबिक वीजा के वैश्विक नेटवर्क (VisaNet) ने 2014 के दौरान 6.8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के साथ 100 बिलियन ट्रांजेक्शन प्रोसेस किए (Visa Total Transactions).
इसे सितंबर 1958 में बैंक ऑफ अमेरिका (Bank of America) द्वारा BankAmericard क्रेडिट कार्ड कार्यक्रम के रूप में लॉन्च किया गया था. 1970 तक, बैंक ऑफ अमेरिका ने BankAmericard कार्यक्रम का डायरेक्ट कंट्रोल छोड़ दिया, इसके प्रबंधन को संभालने के लिए अन्य BankAmericard जारीकर्ता बैंकों के साथ एक संघ का गठन किया. 1976 में इसका नाम बदलकर वीजा कर दिया गया (BankAmericard Renamed as Visa).
दुनिया भर में लगभग सभी वीजा लेनदेन को कंपनी के सीधे संचालित वीजानेट के माध्यम से चार सुरक्षित डेटा केंद्रों में से एक पर प्रोसेस प्रोसेस किया जाता है, जो वर्जीनिया के एशबर्न में स्थित है. इसके डेटा सेंटर्स हाइलैंड्स रेंच, कोलोराडो; लंदन, इंग्लॆंड; और सिंगापुर में स्थित हैं. ये सुविधाएं प्राकृतिक आपदाओं, अपराध और आतंकवाद के खिलाफ अत्यधिक सुरक्षित हैं. यह एक साथ 30,000 लेन-देन और प्रति सेकंड 100 अरब तक गणनाओं को संभाल सकता है (Visa Securities and Transaction Speed).
कार्ड भुगतान के वार्षिक मूल्य और जारी किए गए कार्डों की संख्या के आधार पर वीजा दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कार्ड भुगतान संगठन है (World's Second-largest Card Payment Organization). 2015 में वीजा को पीछे छोड़कर चाइना यूनियनपे (China UnionPay), अपने घरेलू बाजार के आकार के आधार पर, पहले नंबर पर पहुंच गया. वीजा को अभी भी दुनिया के बाकी हिस्सों में प्रमुख बैंककार्ड कंपनी माना जाता है, जहां कुल कार्ड भुगतान के बाजार का 50% हिस्सा इसके पास है (Visa Market Share).
भारतीय छात्रों के लिए कनाडा अब पहले जैसा आकर्षक ठिकाना नहीं रहा. 2025 में रिकॉर्ड 80% वीज़ा रिजेक्शन ने भारतीय स्टूडेंट्स को बड़ा झटका दिया है. कनाडा ने 2027 तक अस्थायी निवासियों की संख्या घटाकर आबादी के 5% से भी कम करने का लक्ष्य रखा है, जिसका सीधा असर स्टडी परमिट्स पर पड़ रहा है. गिरावट के बावजूद भारत अभी भी सबसे ज्यादा छात्र भेजने वाला देश है, लेकिन भविष्य अनिश्चितताओं से घिरा है.
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि सभी अमेरिकी वीजाधारकों के वीजा की जांच होगी ताकि ये पता लगाया जा सके कि क्या ये लोग अमेरिका में दाखिल होने या यहां रहने की अनुमति के योग्य हैं भी या नहीं. इनमें कई देशों के पर्यटक भी शामिल हैं.
UAE Golden Visa: 23 लाख रुपये में यूएई गोल्डन वीजा की खबरों को लेकर संयुक्त अरब अमीरात स्थित Rayad Group ने माफी मांगी है और इसे लेकर गलत जानकारी प्रसारित करने की पूरी जिम्मेदारी ली है.
भारत में चीन के दूतावास ने एक जनवरी से नौ अप्रैल 2025 तक 85,000 से ज्यादा भारतीय नागरिकों को वीजा जारी किए हैं. यह कदम दोनों देशों के बीच के लोगों के संबंधों को और गहरा ने के प्रयासों के तहत लिया गया है.
H-1B वीजा की आवेदन फीस 460 डॉलर से 780 डॉलर कर दी गई है. वहीं, H-1B वीजा का रजिस्ट्रेशन अगले साल दस डॉलर से बढ़कर 215 डॉलर हो जाएगा. L-1 वीजा फीस 460 डॉलर से बढ़कर 1,385 डॉलर कर दी गई है. EB-5 वीजा फीस 3,675 डॉलर से बढ़कर 11,160 डॉलर कर दी गई है.
आज के समय में डेबिट और क्रेडिट कार्ड (Debit-Credit Card) लोगों की बड़ी जरूरत बन चुके हैं. इन कार्ड्स पर पेमेंट नेटवर्क कंपनियों के नाम दर्ज होते हैं, जो इन्हें कैशलेस पेमेंट सिस्टम मुहैया कराती है. RuPay भारत का अपने घरेलू पेमेंट नेटवर्क है, जिसे साल 2012 में लॉन्च किया गया था.