मां स्कंदमाता देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों में पांचवीं शक्ति हैं. नवरात्रि के पांचवें दिन इनकी पूजा की जाती है. यह देवी शक्ति, करुणा और मातृत्व का प्रतीक हैं. स्कंदमाता का अर्थ है "स्कंद (भगवान कार्तिकेय) की माता". इन्हें प्रेम, वात्सल्य और दिव्य आशीर्वाद की देवी माना जाता है.
मां स्कंदमाता केवल शक्ति की देवी ही नहीं, बल्कि ममता और करुणा का भी प्रतीक हैं. उनकी पूजा करने से भक्तों को न केवल आध्यात्मिक लाभ मिलता है, बल्कि सांसारिक जीवन में भी सफलता प्राप्त होती है. उनकी आराधना से भक्त सभी कष्टों से मुक्त होकर उन्नति के मार्ग पर अग्रसर होते हैं.
मां स्कंदमाता का संबंध भगवान कार्तिकेय (स्कंद) से है. पुराणों के अनुसार, जब दानवों का अत्याचार बढ़ गया, तब भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय ने देवताओं की सेना का नेतृत्व किया और असुरों का वध कर देवताओं को विजय दिलाई. माता पार्वती, जो भगवान कार्तिकेय की माता हैं, को स्कंदमाता के रूप में पूजा जाता है.
मां स्कंदमाता का मंत्र
"ॐ देवी स्कंदमातायै नमः"
Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्र और दुर्गा पूजा, दोनों ही मां दुर्गा की आराधना के पावन पर्व हैं, लेकिन इन्हें मनाने के तौर-तरीके और भाव अलग-अलग होते हैं. एक ओर नवरात्र में मां के नौ स्वरूपों की साधना और आत्मशुद्धि का महत्व है, तो दूसरी ओर दुर्गा पूजा में महिषासुर पर मां की विजय का भव्य चित्रण किया जाता है.
Shardiya Navratri 2025: इस साल शारदीय नवरात्र की शुरुआत 22 सितंबर यानी आज से हो रही है. यह पावन पर्व मां दुर्गा की आराधना के लिए बेहद उत्तम माना गया है. नवरात्र में हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है.
Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों का पूजन करने का विधान है. वहीं नवरात्र में यदि दुर्गा सप्तशती का पाठ करें तो विशेष फल मिलता है. दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से आपके जीवन में जितनी भी परेशानियां आ रही हैं, चाहे गृह क्लेश हो या फिर धन से जुड़ी समस्याएं, दुर्गा मां आपके हर कष्ट को दूर कर देती हैं.
Shardiya Navratri 2025: मां दुर्गा की पूजा में आरती का विशेष महत्व है. उत्तर स्कंद पुराण में कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति मंत्र नहीं जानता, पूजा की विधि नहीं जानता, लेकिन आरती कर लेता है तो देवी-देवता उसकी पूजा को पूर्ण रूप से स्वीकार कर लेते हैं.
Shardiya Navratri 2025: नवरात्र में भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं. ठीक इसी तरह आप पान के पत्ते से कुछ उपाय करके मां दुर्गा की विशेष कृपा पा सकते हैं. जानें उन खास उपायों के बारे में.
Shardiya Navratri 2025: आज, यानी 27 सितंबर को स्कंदमाता की पूजा की जाती है. माना जाता है कि संकदमाता की आराधना करने से सभी इच्छाए पूर्ण होती हैं और जातक को सुख-शांति मिलती है.
Shardiya Navratri 2025: नवरात्र के पंचमी के दिन मां स्कंदमाता की पूजा करने से जीवन के कष्टों का नाश होता है और भक्त को आगे बढ़ने की शक्ति और आत्मविश्वास प्राप्त होता है. इस साल नवरात्र में स्कंदमाता की पूजा 27 सितंबर को होगी.
Shardiya Navratri 2025: हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्र का त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान मां दुर्गा की मूर्ति घर या मंदिरों में स्थापित की जाती है और 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. शारदीय नवरात्र आश्विन माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है और नवमी तिथि तक मनाई जाती है.
नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की जा रही है. देश भर के मंदिरों में भव्य श्रृंगार किया गया है और सुबह से ही पूजा का दौर प्रारंभ हो गया है. झंडेवाला, छत्तरपुर, कालका जी मंदिर दिल्ली, मध्य प्रदेश के सतना, देवकाली मंदिर अयोध्या, अष्टभुजा मंदिर और माता वैष्णो देवी मंदिर सहित कई स्थानों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.