डॉ श्रीकांत एकनाथ शिंदे (Shrikant Shinde) एक राजनेता और ऑर्थोपेडिक सर्जन हैं. महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Deputy CM Eknath Shinde) के बेटे हैं. वे महाराष्ट्र के कल्याण लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं. वे शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के प्रमुख युवा नेताओं में से एक हैं.
श्रीकांत शिंदे का जन्म 4 फरवरी 1987 को मुंबई में हुआ था. उनकी मां का नाम लता शिंदे है. उन्होंने एमबीबीएस और एम.एस. (ऑर्थोपेडिक्स) की पढ़ाई नवी मुंबई के डॉ. डी. वाय. पाटिल मेडिकल कॉलेज से की. चिकित्सा शिक्षा के दौरान ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा और 2014 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए. उस समय वे मास्टर डिग्री के अंतिम वर्ष में थे.
डॉ शिंदे ने 2016 में वृशाली शिंदे से विवाह किया, जो एक फिल्म प्रोड्यूसर हैं और 'वृशांगी एंटरटेनमेंट' नामक प्रोडक्शन हाउस चलाती हैं. उनका एक बेटा है, जिसका नाम रुद्रांश है.
डॉ. शिंदे ने 2014 में कल्याण लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर सबसे कम उम्र के मराठा सांसद बनने का गौरव प्राप्त किया. इसके बाद 2019 और 2024 में भी उन्होंने इसी सीट से जीत दर्ज की. वे शिवसेना के संसदीय दल के नेता हैं और पार्टी के भीतर एक प्रभावशाली चेहरा माने जाते हैं.
उन्होंने 'डॉ. श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन' की स्थापना की है, जो शिवसेना के साथ मिलकर सिंधुदुर्ग जिले में मुफ्त चिकित्सा शिविरों का आयोजन करता है. COVID-19 महामारी के दौरान, फाउंडेशन ने कोल्हापुर में संभाजी राजे के फाउंडेशन को एक एम्बुलेंस दान की थी. इसके अलावा, वे अंबरनाथ में 'शिव मंदिर कला महोत्सव' का आयोजन भी करते हैं.
चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के अनुसार, डॉ शिंदे की कुल संपत्ति 14 करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि उन पर 6 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारी भी है. उनके निवेश पोर्टफोलियो में फोर्स मोटर्स के शेयरों में 36 लाख रुपये से अधिक का निवेश शामिल है.
डॉ. शिंदे को 2021 में 'भारत गौरव पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था, जो उनके सामाजिक और राजनीतिक योगदान के लिए दिया गया.
एकनाथ शिंदे गुट के नेता श्रीकांत शिंदे ने उद्वव ठाकरे के बयानों पर पलटवार किया है. उन्होनें कहा है कि, 'कीचड़ में जब पत्थर मरते हो तो कीचड़ खुद के ही मुंह पर आता है.' साथ ही कहा कि उनका स्तर नीचे ही गिरता जा रहा है. उनको समझना चाहिए ग्रउंड रिएलिटी क्या है, लोग किसके साथ है.
श्रीकांत शिंदे ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने कभी भी सीएम बनके काम नहीं किया. उन्होंने एक कार्यकर्ता के तौर पर काम किया. खुद को सामान्य कार्यकर्ता के रूप में सामने रखा. पद से कोई छोटा या बड़ा नहीं होता. राजनीति में प्रैक्टिकल होना बहुत जरूरी है.
शिवसेना (शिंदे) के सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा कि पोटा कानून हमारी सरकार लेकर आई, लेकिन उसे रद्द करने का काम कांग्रेस ने किया. उन्होंने कहा कि इकबाल मूसा यूबीटी प्रत्याशी के प्रचार में आया था. इस पर भी अरविंद सावंत को बताना होगा. कुछ लोग कह रहे हैं कि यूएस के सामने घुटने टेक दिए. भोपाल गैस कांड के आरोपी एंडरसन को भगाने का काम इनकी सरकार ने किया, वह भी सरकारी विमान में बैठाकर.
UAE में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, 'भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता की वजह से सिंदूर अब केवल श्रृंगार का प्रतीक नहीं, बल्कि न्याय और शक्ति का नया पर्याय बन गया है. हमारा डेलिगेशन पहलगाम आतंकवादी हमले की पीड़ा और ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियों तथा भविष्य की रणनीति पर चर्चा करने के लिए यहां (संयुक्त अरब अमीरात) आया है.'