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ऑपरेशन सिंदूर में F-3 ने मचाया था कहर... अब आएगा राफेल का एडवांस वर्जन, जानें क्यों है खास

भारत 114 राफेल जेट्स (90 F4 + 24 F5 ऑप्शन) खरीदने की योजना बना रहा है. मेक-इन-इंडिया तभी संभव अगर पूरा ऑर्डर (140 तक) फ्रांस को मिले. फ्रांस के साथ G2G डील, इंजन MRO और फ्यूजलेज प्रोडक्शन भारत में को लेकर डील हुई है. पाकिस्तान-चीन की चुनौती के बीच IAF की ताकत बढ़ाने के लिए जरूरी है.

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ये है भारतीय वायुसेना का राफेल फाइटर जेट जिसने ऑपरेशन सिंदूर में कहर बरपाया था. (File Photo: AFP)
ये है भारतीय वायुसेना का राफेल फाइटर जेट जिसने ऑपरेशन सिंदूर में कहर बरपाया था. (File Photo: AFP)

भारतीय वायुसेना (IAF) की ताकत बढ़ाने के लिए राफेल फाइटर जेट्स की खरीद पर बड़ा अपडेट आया है. फ्रांस के रक्षा मंत्रालय से लीक हुई जानकारी के अनुसार, भारत 90 राफेल F4 मल्टीरोल जेट्स खरीदने की योजना बना रहा है. साथ ही 24 नेक्स्ट-जनरेशन राफेल F5 वेरिएंट का ऑप्शन भी. यूरेशियन टाइम्स के अनुसार इसके अलावा 114 राफेल की खरीद का प्रस्ताव भी आगे बढ़ रहा है.

क्यों जरूरी हैं ज्यादा राफेल?

IAF के पास अभी सिर्फ 29 फाइटर स्क्वाड्रन हैं, जबकि जरूरत 42.5 की है. स्वदेशी प्रोग्राम में देरी से ये गैप बढ़ गया है. पाकिस्तान को अमेरिका से F-16 अपग्रेड मिल रहा है, जो 2040 तक चलेगा. पाकिस्तान के पास J-10C और PL-15 मिसाइलें हैं. वो J-35 फिफ्थ-जनरेशन जेट लेने की कोशिश में है. 

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चीन के पास 400 J-20 जेट हैं. ऐसे में भारत को जल्दी मजबूत फाइटर फ्लीट चाहिए. राफेल चुनने से एक ही तरह का फ्लीट रहेगा. मेंटेनेंस आसान होगा. G2G डील से जल्दी साइन हो सकता है. ऑपरेशन सिंदूर में राफेल की ताकत साबित हो चुकी है.

Rafale F5 France Indian Air Force Operation Sindoor

राफेल के वेरिएंट क्या हैं?

  • F3R: भारत के पास पहले से 36 राफेल F3R हैं (2016 डील). ये मीटियोर मिसाइल, MICA, हैमर बॉम्ब, SPECTRA EW सिस्टम से लैस. भारत-स्पेसिफिक बदलाव जैसे अस्त्र मिसाइल, हेलमेट डिस्प्ले.
  • F4: नया स्टैंडर्ड, बेहतर रडार, सेंसर, नेटवर्क वॉरफेयर. स्टेल्थ टारगेट डिटेक्ट कर सकता है. 2029 से डिलीवरी.
  • F5 (सुपर राफेल): 2030 तक तैयार. ज्यादा थ्रस्ट इंजन, हाइपरसोनिक मिसाइल, ड्रोन विंगमैन, बेहतर EW सिस्टम. फिफ्थ और सिक्स्थ जनरेशन के बीच ब्रिज.

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मेक-इन-इंडिया कैसे संभव?

फ्रेंच ऑफिशियल्स कहते हैं कि मेक-इन-इंडिया तभी फायदेमंद अगर पूरा 114 (IAF) + 26 (नेवी) ऑर्डर हो. इससे असेंबली लाइन लग सकेगी. Dassault पहले से भारत में फ्यूजलेज बना रहा है. Safran हैदराबाद में M88 इंजन का MRO प्लांट लगा रहा है. Safran और DRDO मिलकर AMCA के लिए नया जेट इंजन बना रहे हैं, 100% टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के साथ.

Rafale F5 France Indian Air Force Operation Sindoor

जियोपॉलिटिकल मैसेज

अमेरिका पाकिस्तान को हथियार दे रहा है, चीन से ट्रेड बढ़ा रहा है. भारत फ्रांस के साथ करीब आ रहा है. फ्रांस कभी सैंक्शन नहीं लगाता. भारत रूस से Su-57 पर भी बात कर रहा है. बैलेंस बनाए रखने की कोशिश हो रही है. 

आगे क्या?

प्रस्ताव को AoN और CCS अप्रूवल चाहिए. 2026 में मैक्रों भारत आएंगे, शायद डील लॉन्च हो. अगर डील हुई तो भारत फ्रांस के बाहर सबसे बड़ा राफेल ऑपरेटर बनेगा (175+ जेट्स). प्रोडक्शन रेट बढ़ रहा है, भारत में बनाने से सस्ता पड़ेगा. राफेल लाइफ-साइकल कॉस्ट कम है, रशियन जेट्स से बेहतर. 

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