नीरव मोदी (Nirav Modi) के छोटे भाई नेहल मोदी (Nehal Modi) पर भारत का जबरदस्त शिकंजा कसता दिख रहा है. 4 जुलाई 2025 को अमेरिकी अधिकारियों ने भारत के ED और CBI के अनुरोध पर नेहल मोदी को गिरफ्तार किया. नेहल मोदी बेल्जियन नागरिक हैं. उनपर लगे आरोपों में मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA सेक्शन 3), क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी (IPC सेक्शन 120B & 201 - सबूत मिटाना) शामिल है.
17 जुलाई 2025 को यूएस अदालत में सुनवाई होगी. यूएस में उनकी गिरफ्तारी, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले की जांच में महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है.
नेहल का जन्म बेल्जियम के एंटवर्प शहर में हुआ था और उन्होंने वहीं बचपन गुजारा है. वह अंग्रेजी, गुजराती, और हिंदी भाषा बोलते हैं. वे परिवार की डायमंड बिजनेस से जुड़े थे और ब्रोकर व इंटरनेशनल ट्रांज़ैक्शन में सक्रिय भूमिका निभाते रहे.
नेहल मोदी (46) पर आरोप है कि उसने अपने भाई नीरव मोदी की मदद करते हुए करोड़ों रुपये की अवैध कमाई को छुपाया और उसे शेल कंपनियों और विदेशी लेनदेन के जरिए इधर-उधर किया. प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट में नेहल मोदी को सह-आरोपी के तौर पर नामित किया गया है, और उस पर सबूत मिटाने का भी आरोप है.
ED का कहना है कि नेहल मोदी ने PMLA की धारा 3 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल रहकर अपराध किया है, और उसे धारा 4 के तहत सख्त सजा मिलनी चाहिए. भारत सरकार ने नेहल मोदी के प्रत्यर्पण (extradition) की आधिकारिक मांग की थी, जिस पर अब अमेरिका की ओर से कार्रवाई की गई है, उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में नेहल मोदी को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
नेहल मोदी की गिरफ्तारी भारत सरकार के औपचारिक प्रत्यर्पण अनुरोध के तहत हुई है और अब उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया अमेरिका में शुरू हो चुकी है. अमेरिकी अभियोजन पक्ष द्वारा दायर शिकायत के मुताबिक, नेहल मोदी के खिलाफ दो मुख्य आरोपों के आधार पर प्रत्यर्पण की कार्यवाही की जा रही है.