महंगाई दर
मुद्रास्फीति, इंफ्लेशन या महंगाई (Inflation) उन वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों के स्तर में वृद्धि है जो एक घर चलाने के लिए जरुरी है. इसे उन कीमतों के परिवर्तन की दर के रूप में मापा जाता है. आमतौर पर, कीमतें समय के साथ बढ़ती हैं (Inflation Rate), लेकिन कीमतें भी गिर सकती हैं.
इंफ्लेशन का संकेतक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) है, जो घरों द्वारा उपभोग की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं की कीमत में अतर को प्रतिशत में मापता है (Measurement of Inflation Rate).
मुद्रास्फीति एक अर्थव्यवस्था में वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में सामान्य वृद्धि है. जब सामान्य मूल्य स्तर बढ़ता है, मुद्रा की प्रत्येक इकाई कम सामान और सेवाएं खरीदती है. इंफ्लेशन (Inflation) के विपरीत अपस्फीति यानी डिफ्लेशन है (Deflation), वस्तुओं और सेवाओं के सामान्य मूल्य स्तर में निरंतर कमी को दर्शाता है. मुद्रास्फीति का सामान्य उपाय मुद्रास्फीति दर है. एक सामान्य मूल्य सूचकांक में वार्षिक प्रतिशत परिवर्तन है. कीमतें एक ही दर से नहीं बढ़ती हैं इसलिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) अक्सर इस उद्देश्य के लिए उपयोग किया जाता है (Inflation Rate).
पिछले 10 सालों में मिडिल क्लास की सैलरी में सालाना सिर्फ 0.4 फीसदी की ग्रोथ हुई है, फिर भी एजुकेशन का खर्च अब इनकम का लगभग पांचवा हिस्सा खत्म कर रहा है.
AICPI-IW के आंकड़ों के अनुसार, इस बार सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को 3 से 4 फीसदी DA और DR में बढ़ोतरी का तोहफा मिल सकता है, जो 1 जुलाई से प्रभावी माना जाएगा.
अभी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) 55% है. DA बढ़ोतरी का अंतिम फैसला जून 2025 के AICPI-IW डेटा पर निर्भर करेगा कि महंगाई भत्ते में कितनी बढ़ोतरी होगी.
14 देशों की इस स्टडी में पता चला कि ज्यादातर लोग दो बच्चे चाहते हैं. भारत में 41% महिलाएं और 33% पुरुष कहते हैं कि वो दो बच्चों का परिवार चाहते हैं. लेकिन भारत की फर्टिलिटी रेट यानी एक महिला से औसतन बच्चों की संख्या 1.9 हो गई है जो 2.1 के रिप्लेसमेंट लेवल से कम है.
भारत की जनता के लिए राहत भरी खबर है, मई में रिटेल महंगाई दर गिरकर 2.82 फीसदी पर आ गई
Inflation Fall In May: महंगाई के मोर्चे पर एक के बाद एक गुड न्यूज मिल रही हैं. बीते दिनों देश में खुदरा महंगाई दर के राहत भरे आंकड़े आए थे, तो अब सरकार ने थोक महंगाई का डेटा जारी किया है, जो मई में 14 महीने के निचले स्तर पर आ गई है.
Israel-Iran Conflict Impact On India: इजरायल और ईरान के बीच जैसे-जैसे संघर्ष बढ़ रहा है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिल रहा है, अगर ये जारी रहा तो देश में महंगाई का जोखिम बढ़ सकता है.
World Bank Report: विश्व बैंक की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मोदी सरकार में चल रही विभिन्न स्कीम्स का बड़ा असर हुआ है और देश में बीते 11 साल में 26.5 करोड़ लोग अत्यधिक गरीबी से बाहर निकले हैं.
आरबीआई का ये अनुमान ऐसे वक्त में आया है, जब भारत की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि 2024-25 में 6.5 प्रतिशत तक कम हो गई है. वहीं ग्लोबल इकोनॉमी की बात करें तो RBI की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह 2025 में 2.8 प्रतिशत और 2026 में 3.0 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी.
RBI May Cut Repo Rate: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिसर्च रिपोर्ट में ये अनुमान जाहिर किया गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक लोन लेने वाले ग्राहकों को रेपो रेट में बड़ी कटौती का तोहफा दे सकता गै.
Who Is Killing Japan Economy: भारत ने बीते दिनों जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया में चौथी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने का तमगा अपने नाम किया था. तो वहीं जापान दोहरी मुसीबत में घिरा हुआ है और उसकी पुरानी नीतियां अब काम नहीं आ रही हैं.
पिछले साल की तुलना में चावल की कीमतों में दोगुनी बढ़ोतरी जापानी मतदाताओं के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है. सरकार कीमतों को नियंत्रित करने के लिए मार्च से ही अपने इमरजेंसी स्टोरेज से चावल जारी कर रही है, लेकिन इसका कोई खास असर नहीं पड़ा है.
India में 2 दिन में मिलीं दो Good News, Retail inflation के बाद घटा Wholesale Inflation Rate
WPI Inflation Fall: मंगलवार को सरकार ने देश में खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी किए थे और CPI अप्रैल में घटकर 3.16 फीसदी रह गई, तो वहीं अब होलसेल महंगाई दर के आंकड़े भी जारी कर दिए गए हैं, जो राहत भरे हैं.
Retail Inflation Fall: महंगाई के मोर्चे पर देश की जनता को बड़ी राहत मिली है. सरकार की ओर से जारी किए गए रिटेल महंगाई के आंकड़ों को देखें, तो ये अप्रैल में घटकर अब 3.16 फीसदी पर आ गई है.
Value Of Rs 1 Crore In 50 Year's: आज के समय में भले ही 1 करोड़ रुपये को फाइनेंशियल सिक्योरिटी के लिहाज के बड़ी रकम माना जा रहा है, लेकिन इसकी वैल्यू अगले 50 साल में कितनी रह जाएगी, ये चिंता वाली बात है.
Beer Price Hike In Karnataka: कर्नाटक सरकार ने बीयर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को 195% से बढ़ाकर 205% कर दिया है. ऐसे में बीयर की एक बोतल का दाम 10 रुपये तक बढ़ने की संभावना है.
Retail Inflation: खुशखबरी... मार्च में कम हुई खुदरा महंगाई, खाने-पीने की चीजें हुईं सस्ती
मार्च में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) सालाना आधार पर 3.34% तक कम हो गई. फरवरी में महंगाई सात महीने के निचले स्तर 3.61% पर आ गई थी, जो साल-दर-साल आधार पर सबसे कम थी.
अगर किसी की बेसिक सैलरी 50 हजार रुपये है तो 53% डीए के हिसाब से उसे ₹26,500 का महंगाई भत्ता मिलता होगा, लेकिन 55 फीसदी के डीए के हिसाब से उसे ₹27,500 का डीए मिलेगा. यानी कर्मचारियों की सैलरी में 1 हजार रुपये का इजाफा होगा.
महंगाई भत्ता (DA) कर्मचारियों को उनके बेसिक सैलरी के ऊपर दी जाने वाली एक अतिरिक्त राशि है. इसका कैलकुलेशन बेसिक सैलरी पर किया जाता है और यह कर्मचारी की मंथली इनकम पर महंगाई के प्रभाव को कम करने में मदद करता है.