भारतीय स्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा (ICSE - Indian Certificate of Secondary Education) भारत में कक्षा 10 के छात्रों के लिए एक प्रमुख बोर्ड परीक्षा है, जिसे काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) द्वारा संचालित किया जाता है. यह परीक्षा छात्रों के समग्र विकास पर केंद्रित होती है और उन्हें एक व्यापक शैक्षिक आधार प्रदान करती है.
भारतीय विद्यालय प्रमाण पत्र परीक्षा परिषद (CISCE) से संबद्ध स्कूलों में शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत प्रत्येक वर्ष मार्च के मध्य (कक्षा 1 से 10 और 12 के लिए) और जून के पहले सप्ताह (कक्षा 11 के लिए) से होती है.
ICSE परीक्षा की शुरुआत 1958 में हुई थी. यह बोर्ड मुख्य रूप से इंग्लिश मीडियम के स्कूलों के लिए स्थापित किया गया थाय
ICSE बोर्ड का पाठ्यक्रम अत्यधिक विस्तृत और संतुलित होता है. इसमें विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, भाषाएं, और कंप्यूटर विज्ञान सहित कई विषय शामिल होते हैं.
यह परीक्षा केवल अंतिम परीक्षा पर निर्भर नहीं होती, बल्कि परियोजना कार्य (Project Work) और आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment) के आधार पर भी अंक दिए जाते हैं.
CBSE बोर्ड में पाठ्यक्रम अधिक संक्षिप्त और प्रतियोगी परीक्षाओं (JEE, NEET आदि) के अनुकूल होता है, जबकि ICSE भाषा और सैद्धांतिक पहलुओं पर अधिक ध्यान देता है.
CISCE ने बोर्ड परीक्षा का ऐलान कर दिया है. ICSE बोर्ड परीक्षा 17 फरवरी और कक्षा 12 की परीक्षाएं 12 फरवरी से शुरू होंगी.
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (CISCE) आज यानी 30 अप्रैल 2025 को कक्षा 10 (ICSE) और कक्षा 12 (ISC) के बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित करने जा रही है. लंबे समय से परिणाम का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए आज का दिन बेहद अहम है.काउंसिल के मुताबिक, रिजल्ट आज सुबह 11 बजे आधिकारिक रूप से जारी किए जाएंगे.