बोटाद
बोटाद (Botad) भारत के राज्य गुजरात (Gujarat) का एक जिला है. बोटाद सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित एक नया जिला है, जिसे भावनगर और अहमदाबाद जिले से कुछ हिस्सों को अलग कर के 2013 में बनाया गया था. इसका प्रशासनिक मुख्यालय बोटाद शहर में है जो सड़कमार्ग से भावनगर से 92 किलोमीटर और अहमदाबाद से 133 किलोमीटर है. इस जिले का क्षेत्रफल 2,654 वर्ग किलोमीटर है (Geographical Area).
बोटाद जिले में 2 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं (Assembly Constituency).
जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक बोटाद की जनसंख्या (Population) लगभग 6.5 लाख है. इस जिले का लिंग अनुपात (Sex Ratio) प्रति 1000 पुरुष 908 महिला है. बोटाद जिले की 67.63 फीसदी जनसंख्या साक्षर है (Botad Literacy).
बोटाद जिले की सीमाएं उत्तर पूर्व में सुरेंद्रनगर जिला, पश्चिम में राजकोट जिला, दक्षिण में भावनगर और अमरेली और पूर्व में अहमदाबाद जिले से मिलती है (Botad Geographical Location).
सुखभद्रा नदी रणपुर तालुका में बोटाद जिले की उत्तरी सीमा और कालूभार नदी गढडा तालुका में बोटाद जिले के दक्षिणी भाग में बहती है. इन दोनों नदियों के अलावा घेलो, उतावली और गोमा इस जिले की अन्य प्रमुख नदियां हैं (Rivers of Botad Districts).
बोटाद जिले के कुछ विशेष पर्यटक स्थानों में सालंगपुर हनुमानजी मंदिर (Salangpur Hanumanji Temple) बेहद प्रसिद्ध है. इसे सबसे पवित्र स्थान माना जाता है. सड़कमार्ग से सालंगपुर मंदिर भावनगर से 82 किलोमीटर दूर है. बोटाद जिले का स्वामीनारायण मंदिर (Swaminarayan Temple, Gadhada) भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध स्थानों में से एक है (Botad Tourist Place).
गुजरात के बोटाद में यात्रियों से भरी एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई. जिससे तीन लोगों की मौत हो गई. जबकि 20 से ज्यादा यात्री घायल हो गए. घायल यात्रियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
गुजरात के बोटाद जिले में सोमवार रात भारी बारिश के दौरान एक ईको कार पानी में बह गई. कार में एक ही परिवार के 9 लोग सवार थे. दो लोगों को बचा लिया गया, जबकि 7 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में 6 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल हैं, राहत और बचाव कार्य 24 घंटे से ज्यादा देर तक चला.
अहमदाबाद विमान हादसे का शिकार हुए हार्दिकभाई अवैया का पार्थिव शरीर जब उनके पैतृक गांव अड़ताला पहुंचा, तो पूरे गांव में मातम पसर गया. लंदन में पढ़ाई और नौकरी कर रहे हार्दिक हाल ही में सगाई के लिए भारत लौटे थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. उनकी असामयिक मौत ने पूरे परिवार और गांव को गहरे शोक में डुबो दिया है.
गुजरत के बोटाद में अपने पति को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है. शख्स ने सुसाइड करने से पहले एक वीडियो बनाया था जिसमें उसने पत्नी को सबक सिखाने के लिए कहा था.
गुजरात में सूरत के बाद बोटाद में ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई है. भावनगर पैसेंजर ट्रेन को बेपटरी करने का प्रयास हुआ है. रेलवे ट्रैक से 4 फीट लंबा लोहे का एंगल बरामद हुआ है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. देखें गुजरात आजतक.
गुजरात के बोटाद जिले नाबालिग छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. आरोपी शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. छात्रा के साथ छेड़छाड़ करते हुए शिक्षक का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
गुजरात के बोटाद में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लोगों से ठगी का मामला सामने आया है. एक आरोपी ने खुद को गुजरात सरकार के मंत्री का पीए बताकर लोगों से 43.50 लाख रुपये ऐंठ लिये. मामले में एक महिला समेत तीन आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की गई थी. इसके बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
बोटाद में हनुमानजी के चित्रों को लेकर शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा. पूरे गुजरात में साधु-संत इसके खिलाफ प्रदर्शन पर उतर आए हैं. जगह-जगह धार्मिक बैठकों का आयोजन हो रहा है. गुजरात सरकार भी सनातन धर्म से जुड़े संतों की नाराजगी से परेशान है. देखिए गुजरात आजतक.
गुजरात में बोटाद के किंग ऑफ सालंगपुर यानी हनुमान मंदिर में लगी तस्वीरों ने पूरे राज्य में धार्मिक भूचाल ला दिया है. इन तस्वीरों में हनुमानजी को दास के तौर पर दिखाया गया है, जिससे संत-समाज के साथ-साथ कई हिंदू संगठनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. देखिए गुजरात आजतक.
गुजरात के बोटाद जिले में जुलाई महीने में जहरीली शराब पीने से त्रासदी हुई थी. घटना में 37 लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले में 24 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था. इस घटना के बाद कई परिवारों के सामने दो वक्त की रोटी जुटाने का संकट खड़ा हो गया है. परिवार में महिलाओं से लेकर बुजुर्ग और बच्चे तंगहाली में जीवन-यापन कर रहे हैं.
गड्ढा विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लोगों के लिए आरक्षित है, इस सीट पर अभी तक पैराशूट उम्मीदवार ही उतारा गया है. यहां 2020 में उपचुनाव हुए थे, जिसमें भाजपा ने जीत हासिल की थी. हालांकि, 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी.
इस चुनावी दौर में हम बात कर रहे हैं बोटाद विधानसभा सीट के बारे में. इस निर्वाचन क्षेत्र में 2019 की मतदाता सूची के अनुसार, 2 लाख 68 हजार 175 वोटर हैं. इस सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता सौरभ पटेल का काफी प्रभाव माना जाता है. 2017 के चुनाव में कांग्रेस के धीरजलाल को बीजेपी के सौरभ पटेल ने हराया था.