अंजाव (Anjaw), अरुणाचल प्रदेश राज्य का एक प्रशासनिक जिला है (District of Arunachal Pradesh). इसे 2004 में जिला संशोधन अधिनियम के अरुणाचल प्रदेश पुनर्गठन के तहत लोहित जिले से अलग करके जिला बनाया गया था. जिले की सीमा उत्तर में चीन से लगती है. यह ब्रह्मपुत्र नदी की एक सहायक नदी लोहित नदी के तट पर स्थित है. यह भारत का सबसे पूर्वी जिला है. जिला के गांव डोंग, [वालेंग, किबिथू और कहो, चीन के साथ सीमा साझा करती है. अंजाव भारत का दूसरा सबसे कम आबादी वाला जिला है (Anjaw Geographical Location). जिले का क्षेत्रफल 6,190 वर्ग किमी है (Anjaw Area).
2011 के जनगणना के अनुसार अंजाव की जनसंख्या 21,167 है (Anjaw Population) और जनसंख्या घनत्व 3.4 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है (Anjaw Density). जिले की साक्षरता दर 59.4 फीसदी है (Anjaw Literacy) और इसका लिंगानुपात 805 है. मिश्मी, और जखरिंग जिले की प्रमुख जनजातियां हैं (Anjaw Tribes).
इस जिले में स्थित एक ह्युलियांग, अरुणाचल प्रदेश विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र है. यह पूर्व अरुणाचल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है (Anjaw Constiruency).
जिले में लैम नदी, टिडिंग नदी, डेली नदी, क्रोती नदी, दिचू नदी, लती नदी सह्त कई नदियां बहती हैं. यहां की मुख्य फसलें मक्का, बाजरा, चावल, फलियां, इलायची, संतरा, नाशपाती, बेर और सेब हैं (Anjaw Economy).
जिला वन्यजीवों से समृद्ध है. यहां दुर्लभ स्तनपायी जैसे कि मिश्मी ताकिन, लाल गोरल, गोंगशान मंटजेक, लीफ मंटजेक पाए जाते हैं, जबकि पक्षियों में दुर्लभ स्केलेटर मोनाल भी पाए जाते हैं. पाइन, पिनस मर्कुसी पूरे पूर्वोत्तर भारत में केवल इसी जिले में पाया जाता है. उड़ने वाली गिलहरी की भी अंजाव जिले में देखा गया है (Anjaw Flora and Fauna).
अरुणाचल के अंजाव जिले में बड़ा हादसा हुआ जहां सड़क निर्माण मजदूरों को ले जा रहा ट्रक गहरी खाई में गिर गया. ट्रक में 21 मजदूर सवार थे और 17 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई गई है.