डिजिटल वर्ल्ड में पासवर्ड आपके पर्सनल डेटा को सुरक्षित रखने का सबसे जरूरी हिस्सा होता है. एक छोटी सी गलती और आपका डेटा लीक हो सकता है. चाहे पर्सनल डेटा हो, फाइनेंशियल सिस्टम या फिर कोई सोशल मीडिया अकाउंट, सभी की सुरक्षा के लिए पासवर्ड का यूज होता है. ऐसे में इसका मजबूत होना बहुत जरूरी है.
साइबर अटैकर्स ब्रूटफोर्स और डिक्शनरी अटैक जैसी टेक्नोलॉजी यूज करते हैं. हैकर्स कई बार लीक हुए क्रेडेंशियल्स का यूज करके लोगों को निशाना बनाते हैं. वहीं कुछ लोग एक ही पासवर्ड का इस्तेमाल कई प्लेटफॉर्म्स पर करते हैं. ऐसे भी कई मौके आते हैं, जब मजबूत से मजबूत पासवर्ड को भी हैकर्स तोड़ लेते हैं. ऐसे में सवाल आता है कि आप खुद को सुरक्षित कैसे रखें.
CyberPeace के रिसर्च विंग की मानें, तो कई यूज़र्स अब भी कमजोर और आसान पासवर्ड जैसे नाम, डेट ऑफ बर्थ, मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करते हैं. 123456 जैसे सामान्य पासवर्ड या डिक्शनरी शब्द ब्रूटफोर्स और डिक्शनरी अटैक्स का आसान टार्गेट बन सकते हैं.
CyberPeace की मानें, तो नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर पर root, admin, password, 123456, guest और ubuntu जैसे आम क्रेडेंशियल्स का इस्तेमाल कर ब्रूटफोर्स हो रहे हैं. रिसर्च में यह भी देखा गया कि राउटर, CCTV, और स्मार्ट गैजेट्स जैसे IoT डिवाइसेज अक्सर डिफॉल्ट पासवर्ड पर ही रहते हैं, जिससे वे हैकर्स के लिए नेटवर्क में घुसपैठ करने का आसान रास्ता बन जाते हैं.
साइबरपीस के फाउंडर और ग्लोबल प्रेसिडेंट, विनीत कुमार ने बताया कि हर अकाउंट के लिए अलग और मजबूत पासवर्ड यूज करें. मजबूत पासवर्ड के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. मसलन पासवर्ड 8 से 13 अक्षरों का हो जिसमें कैपिटल लेटर, डिजिट और स्पेशल कैरेक्टर का इस्तेमाल करें. लोकल लैंग्वेज में बनाए गए पासवर्ड अधिक सुरक्षित होते हैं क्योंकि ज्यादातर हमले अंग्रेजी शब्दों पर आधारित होते हैं.
एक ही पासवर्ड को अलग-अलग अकाउंट्स में यूज ना करें. पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो मुश्किल पासवर्ड्स को जनरेट, स्टोर और ऑटोफिल करता है. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें. डिवाइस को अच्छे एंटीवायरस और एंटी-मालवेयर सॉफ्टवेयर से सुरक्षित रखें, जिससे कीलॉगर और स्पायवेयर से बचा जा सके.